हमीरपुर आरटीओ आफिस में घोटाला

By: Jan 13th, 2018 12:15 am

ट्रांसपोर्ट सर्विस प्रोवाइडर ने फर्जी कागजात से बेच डाले लोगों के वाहन, पुलिस से शिकायत

हमीरपुर – वाहन मालिकों की सुविधा के लिए आरटीओ आफिस हमीरपुर में तैनात ट्रांसपोर्ट सर्विस प्रोवाइडर का घोटाला सामने आया है। इसके चलते ट्रांसपोर्ट सर्विस प्रोवाइडर का लाइसेंस रद्द कर दिया उसे टर्मिनेट कर दिया गया है। आरोप है कि सर्विस प्रोवाइडर ने फर्जीबाडे़ से आम लोगों के वाहन बेच डाले और आरटीओ आफिस के दस्तावेजों में जालसाजी से सरकारी खजाने का चपत भी लगाई। इसके अलावा उसपर पहले भी लोगों ने ज्यादा फीस वसूलने के आरोप लगाए हैं। फर्जी हस्ताक्षर से कई तरह के फर्जीबाड़े करने वाले ट्रांसपोर्ट सर्विस प्रोवाइडर को इन आरोपों के आधार पर प्रशासन ने तुरंत प्रभाव से बर्खास्त कर दिया है। इसके अलावा सदर पुलिस थाना हमीरपुर में आपराधिक मामला दर्ज करवा दिया गया है। इस कार्रवाई से पहले इस सर्विस प्रोवाइडर के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करने के बाद विभागीय जांच भी करवाई गई है। इसमें दोषी पाए गए सर्विस प्रोवाइडर को इन सेवाओं से टर्मिनेट कर दिया गया है। रिपोर्ट में कहा है कि आरटीओ कार्यालय हमीरपुर में तैनात एक दलाल ने न्यू रजिस्ट्रेशन की एक फाइल जमा करवाई थी। उसमें नए वाहन की बिक्री 26 दिसंबर, 2017 बताई गई थी। आरटीओ विभाग ने जब इसकी जांच की, तो पाया गया कि इस वाहन की बिक्री 26 सितंबर, 2017 को हुई थी, लेकिन दलाल ने टैक्स से बचने के लिए वाहन के कागजात संबंधित एजेंसी, जो कि भोरंज क्षेत्र की है, उससे दोबारा दिसंबर माह के बना लिए और अस्थायी नंबर भी दिसंबर माह का ले लिया। इसकी सूचना विभाग ने पुलिस थाना हमीरपुर व परिवहन मंत्रालय को भी दे दी थी। इसके अलावा संबंधित एजेंसी को भी नोटिस जारी किया गया है। यही नहीं, संबंधित दलाल ने मदन लाल की गाड़ी (एचपी 67-3247) की एनओसी ट्रांसफर के लिए फाइल जमा करवाई थी। आरटीओ विभाग ने जब इस संदर्भ में छानबीन की, तो पाया गया कि संबंधित दलाल ने फर्जी एफेडेविट लगाकर गाड़ी ट्रांसफर करने का प्रयास किया है। इसकी सूचना भी हमीरपुर पुलिस को दे दी गई थी। शुक्रवार को परिवहन सेवा प्रदाता का लाइसेंस रद्द कर दिया गया। अब वह किसी भी आरटीओ व एसडीएम कार्यालय में कार्य नहीं कर सकेगा। सूत्रों की मानें तो प्रदेश भर में ऐसे अवैध दलाल आरटीओ व एसडीएम कार्यालय में घूम रहे हैं, जो कि वाहन आपरेटरों को ओवरचार्जिंग व फर्जी दस्तावेज से लाखों का चूना लगा रहे हैं।

आरटीओ कहते हैं

क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी हमीरपुर डा. विक्रम महाजन का कहना है कि प्रदेश सरकार के आदेशों के चलते परिवहन सेवा प्रदाता का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है। वाहनों के दस्तावेज से छेड़छाड़ व जाली एनओसी देने पर गाज गिरी है। अब वह किसी भी वाहन आपरेटर को चूना नहीं लगा सकेगा।


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