हिमाचली बेटी ने खतरनाक कैपहॉर्न में फहराया तिरंगा

By: Jan 20th, 2018 12:04 am

नौसेना की तारिणी टीम ने चिली के अंतरीप को पार कर रचा इतिहास, जल्द ही कैपटाउन पहुंचेंगी देश की छह बेटियां

भुंतर— सागर परिक्रमा को पांच सहयोगियों संग निकली हिमाचली बेटी प्रतिभा जम्वाल के नाम एक और उपलब्धि दर्ज हो गई है। सागर परिक्रमा को निकली टीम ने शुक्रवार को दुनिया के कैपहॉर्न को पार कर टीम संग तिरंगा फहराया, जिसे पार करना माउंट एवरेस्ट को फतह करने के बराबर माना जाता है। सदर्न चिली के पास होर्नोस आईलैंड पर मौजूद कैपहॉर्न पर ही एटलांटिक और पैसिफिक ओशियन मिलते हैं। केप हॉर्न में तेज हवाएं, मजबूत बहाव और आइसबर्ग की वजह से इसे शिप्स का कब्रिस्तान कहा जाता है। लिहाजा, भारतीय नौसेना में लेफ्टिनेंट कमांडर प्रतिभा जम्वाल प्रदेश की पहली महिला बनी हैं, जिसने दुनिया के सबसे मुश्किल अंतरीप को पार करने का मुकाम हासिल किया। बता दें कि प्रदेश के कुल्लू जिला की रहने वाली और इंडियन नेवी में लेफ्टिनेंट कमांडर प्रतिभा जम्वाल नौसेना की सागर परिक्रमा पर निकली छह सदस्यों की महिला टीम में शामिल है। यह टीम आईएनएसवी तारिणी के जरिए समुद्री रहस्यों का पता लगा रही है। सितंबर में आरंभ हुई यात्रा तीसरे चरण में पहुंची है और शुक्रवार को यह टीम कैपहॉर्न अंतरीप को पार कर गई। टीम के इस उपलब्धि को हासिल करने पर भारतीय नौ सेना ने रिकार्ड कायम किया है, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिभा जम्वाल सहित सभी बेटियों को शाबाशी दी है। बता दें कि टीम तारिणी की यह यात्रा दो सौ से अधिक दिनों तक चलने वाली है और इस कड़ी में यह टीम आस्ट्रेलिया के फ्रेमेंटल, फॉकलैंड के पोर्ट स्टेनली के बाद न्यूजीलैंड से होते हुए तीसरे चरण में दक्षिण अफ्रका के केपटाउन की ओर निकली है। शुक्रवार को तीसरे चरण के 36वें दिन में उक्त टीम ने कैपहॉर्न अंतरीप को पार किया। छह सदस्यीय यह टीम इस दौरान बेहतर मौसम की भविष्यवाणी के लिए समुद्री तरंग डाटा तैयार कर रही है, जो भारतीय मौसम विभाग को सौंपा जाएगा। इसके अलावा यह टीम समुद्री प्रदूषण की मॉनिटरिंग करने के साथ इसकी रिपोर्ट तैयार कर रही है। बताया जा रहा है कि इनकी रिपोर्ट से मौसम विभाग और बेहतर मौसम संबंधित भविष्यवाणी कर पाएगा। टीम अप्रैल में गोवा वापस पहुंचेगी। शुक्रवार को कैपहॉर्न को पार करने के बाद प्रतिभा जम्वाल ने इंस्टाग्राम पर इसकी फटो शेयर की और साथ ही अनुभव साझा किए।

जहाजों का कब्रिस्तान है कैपहॉर्न

सदर्न चिली के पास होर्नोस आइलैंड पर मौजूद कैपहॉर्न पर ही एटलांटिक और पैसिफिक ओशियन मिलते हैं। तेज हवाओं और आइसबर्ग की वजह से इसे शिप्स का कब्रिस्तान कहा जाता है।

मोदी ने दी बधाई

टीम तारिणी की इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर के जरिए प्रतिभा जम्वाल और सभी क्रू मेंबर्स को बधाई दी। उन्होंने नौसेना की छह सदस्यीय महिला टीम को शाबाशी देते हुए लिखा कि देश की बेटियों की इस उपलब्धि पर हमें गर्व है।

यह है पूरी टीम

इस टीम का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी कर रही हैं तो लेफ्टिनेंट कमांडर प्रतिभा जम्वाल उनकी सहायक हैं। अन्य सदस्यों में लेफ्टिनेंट ऐश्वर्या बोडापती, लेफ्टिनेंट पतरापल्ली स्वाथी, लेफ्टिनेंट विजया देवी, लेफ्टिनेंट पायल गुप्ता शामिल हैं।


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