10 कंपनियों की दवाइयां घटिया

By: Jan 9th, 2018 12:15 am

सीडीएससीओ की जांच में हिमाचल-देश के कई उद्योगों की दवाइयां सब-स्टैंडर्ड

बीबीएन – केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की जांच में हिमाचल के दस दवा उद्योगों में निर्मित दवाएं गुणवत्ता मानकों पर खरी नहीं उतर पाई हैं। इसके अलावा देश भर के 20 अन्य दवा उद्योगों में निर्मित दवाएं भी सब-स्टैंडर्ड पाई गई हैं। हिमाचल में जिन दस कंपनियों की दवाएं जांच में मानकों के अनुरूप नहीं पाई गई हैं, उनका निर्माण बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ व संसारपुर टैरेस स्थित दवा इकाइयों में हुआ है। जो दवाएं गुणवत्ता मानकों पर खरा नहीं उतर पाई हैं, उनमें टीबी, बुखार, गैस्टिक, दर्द , पेट के रोगों, त्वचा रोगों, दिल के रोगों व संक्रमण के उपचार के लिए इस्तेमाल होने वाली दवाएं शामिल हैं। सीडीएससीओ द्वारा जारी दिसंबर के ड्रग अलर्ट में हुए इस खुलासे के बाद राज्य दवा नियंत्रक प्राधिकरण ने कार्रवाई करते हुए सोमवार को ड्रग अलर्ट में शामिल सभी दवा उद्योगों को नोटिस जारी कर संबंधित दवाओं के बैच बाजार से तत्काल हटाने के निर्देश देते हुए जबाब-तलब किया है। इसके अलावा दवा निरिक्षकों को इन उद्योगों का निरीक्षण कर रिपोर्ट सौंपने को भी कहा गया है। गुणवत्ता मानकों पर खरा न उतरने वाले दवा, कॉस्मेटिक व मेडिकल डिवाइस उत्पादों के बारे में सीडीएससीओ हर माह ड्रग अलर्ट जारी करता है, इसी कड़ी में सोमवार को जारी किए गए दिसंबर के ड्रग अलर्ट में 30 दवा कंपनियों की 30 तरह की दवाएं व अन्य उत्पाद गुणवत्ता मानकों पर खरे नहीं पाए गए हैं। गुजरात, उतराखंड, गोवा, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, मध्य प्रदेश में निर्मित हुई दवाएं भी सब-स्टैंडर्ड पाई गई हैं। इन दवाओं के सैंपल सीडीएसीओ चेन्नई, हैदराबाद, बद्दी, गाजियाबाद, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई व दवा नियंत्रक विभाग हिमाचल, जम्मू व आसाम ने लिए थे।

कंपनियों को नोटिस

राज्य दवा नियंत्रक ने ड्रग अलर्ट में शामिल दवा कंपनियों को नोटिस जारी करते हुए उन्हें बाजार से फेल हुए दवा उत्पादों का पूरा बैच उठाने के आदेश जारी कर दिए हैं। दवा नियंत्रक नवनीत मारवाह ने बताया कि सभी दवा कंपनियों को नोटिस जारी कर दिए गए हैं, जिन कंपनियों की दवाएं बार-बार फेल हुई हैं, उनकी अलग से पड़ताल करने व विस्तृत रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। दवाओं के नमूने फेल होने के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन फि लहाल रिपोर्ट तलब कर ली गई है।

सीईटीपी-सरसा के सैंपल भरे

बीबीएन — सीईटीपी से प्रदूषित पानी छोड़ने की शिकायत के बाद राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने सोमवार को हरकत में आते हुए केंदूवाल का दौरा किया। सीईटीपी प्लांट द्वारा छोड़े जा रहे पानी व सरसा नदी से पानी के सैंपल लिए। बोर्ड के अधिकारियों ने केंदूवाल व सरसा नदी से तीन सैंपल लिए हैं, जिन्हें जांच के लिए भेजा गया है, अगर जांच में से सैंपल खरे नहीं पाए गए, तो बोर्ड कड़ी कार्रवाई अमल में ला सकता है। उद्योगों से निकलने वाले प्रदूषित पानी के शोधन के लिए बद्दी के केंदूवाल में स्थापित सीईटीपी से निकल रहे काले व झाग वाले पानी के खिलाफ मल्लपुर के पंचायत प्रधान की अगवाई में ग्रामीणों ने राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से शिकायत की थी।


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