सोलन में उत्तर भारत का पहला वायर स्टे ब्रिज

By: Feb 17th, 2018 12:04 am

सोलन — कैथलीघाट-शिमला बाइपास फोरलेन पर करीब 700 करोड़ रुपए की लागत से उत्तर भारत का पहला केबल वायर स्टे ब्रिज तैयार किया जा रहा है। करीब 600 मीटर लंबे इस ब्रिज के निर्माण का जिम्मा एक विदेशी कंपनी को दिया जा रहा है। यह ब्रिज भविष्य में पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। जानकारी के अनुसार जल्द ही कैथलीघाट-शिमला बाइपास का निर्माण कार्य शुरू होने वाला है। इन  दिनों वृक्ष कटान का कार्य चल रहा है। करीब 36 हजार वृक्ष फोरलेन निर्माण के लिए काटे जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस फोरलेन प्रोजेक्ट का टेंडर शिव वैली हिल्स कंपनी को दिया गया है। करीब 1500 करोड़ की लागत से यह बाइपास बन कर तैयार होगा। वृक्ष कटान होने के बाद  फोरलेन का निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा। बाइपास निर्माण के दौरान तीन सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है, जिसकी लंबाई करीब दो किलोमीटर होगी। खास बात यह है कि सरकार व मलयाणा के बीच केबल स्टे ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। देश में इस प्रकार के गिने-चुने ब्रिज बने हैं। पुल की उंचाई अधिक होने की वजह से बीच में किसी भी प्रकार का पिल्लर आदि नहीं बनाया जा  रहा है। 600 मीटर लंबे इस पुल को केवल तारों के सहारे तैयार किया जा रहा है। इस प्रकार का पुल आसपास के क्षेत्रों के  देखने को नहीं मिलेगा। शिमला के लिए आने-जाने वाले वाहन इस पुल से होकर गुजरेंगे। शिमला बाइपास कैथलीघाट से ढली जाकर मिलेगा इस लिए इस लंबाई करीब 28 किलोमीटर बताई जा रही है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App