अधिक पढ़े-लिखे हैं कांगड़ा के परिजन

By: Feb 19th, 2018 12:03 am

राष्ट्रीय सर्वे में खुलासा; 55.2 माताएं, 55.4 फीसदी पिता छठी से दसवीं तक शिक्षित

पालमपुर— कांगड़ा जिला के स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों के माता-पिता भी राष्ट्रीय औसत से अधिक शिक्षित हैं। राष्ट्रीय स्तर पर करवाए गए एक सर्वे में ये आंकड़े सामने आए हैं कि कांगड़ा जिला के स्कूली बच्चों के परिजनों में अशिक्षित माता-पिता की संख्या दस फीसदी के आसपास है। जिला आधार पर करवाए गए सर्वे में बड़े प्रदेशों के दो-दो और छोटे प्रदेशों के एक-एक जिला को शामिल किया गया था। सर्वे के आंकड़े बताते हैं कि जिला कांगड़ा में स्कूल जा रहे 15.3 प्रतिशत बच्चों की माताएं पहली से पांचवीं तक पढ़ी-लिखी हैं, जबकि पिता के संदर्भ में यह आंकड़ा 8.3 फीसदी है। राष्ट्रीय स्तर पर इस वर्ग में माताओं का आंकड़ा 17.4 फीसदी और पिता का ग्राफ 15.9 प्रतिशत आंका गया है। इस ग्राफ  में सबसे अधिक संख्या उन परिजनों की है, जिनकी शैक्षणिक योग्यता छठी से दसवीं कक्षा तक है। छठी से दसवीं कक्षा तक शिक्षित माताओं का ग्राफ 55.2 प्रतिशत रहा है, तो पिता वर्ग में यह आंकड़ा 55.4 फीसदी पाया गया है। इस वर्ग में राष्ट्रीय स्तर पर माताओं की संख्या 31.4 फीसदी, तो पिता के लिए 40.9 प्रतिशत रही है। स्कूली छात्रों के दसवीं से अधिक शिक्षित माताओं की संख्या 22.7, तो पिता वर्ग में 32.7 प्रतिशत आई है, जो कि राष्ट्रीय स्तर पर माता-पिता के लिए क्रमशः 7.5 और 18 फीसदी के मुकाबले बहुत अच्छी है। राष्ट्रीय स्तर पर स्कूल जा रहे छात्रों के अशिक्षित माता-पिता का आंकड़ा जहां 43.7 और 25.3 प्रतिशत रहा है, वहीं जिला कांगड़ा में केवल 7.3 और 3.6 प्रतिशत माता-पिता अशिक्षित की श्रेणी में रखे गए हैं। यह आंकड़ा प्रदेश के लिए काफी प्रोत्साहजनक माना जा सकता है, क्योंकि अनपढ़ माता-पिता की श्रेणी में केवल केरल और तमिलनाडु का प्रदर्शन प्रदेश से बेहतर रहा है। सर्वे में शामिल किए गए केरल के एर्नाकुलम जिला में स्कूली छात्रों की केवल 0.2 प्रतिशत माताएं और पिता वर्ग में 1.1 प्रतिशत अशिक्षित दर सामने आई है, तो तमिलनाडु के मदुरै जिला में यह दर माता-पिता के वर्ग में क्रमशः 4.0 और 2.9 रही है। अशिक्षित श्रेणी में माताओं में जम्मू-कश्मीर के बड़गांव जिला की दर 81.1 रही है, तो पिता वर्ग में मेघालय के जंतिया हिल्स 71.5 फीसदी के ग्राफ  के साथ सबसे नीचे देखा गया है।


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