आपसी मतभेद में उलझा आईजीएमसी प्रशासन

By: Feb 13th, 2018 12:05 am

शिमला— प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी प्रशासन आपसी मतभेदों में ही उलझ कर रह गया है। अस्पताल में प्रशासनिक अधिकारियों के आपसी गुटबाजी की वजह से लगभग दस महीनों से ईसी की बैठक नहीं हो पाई है। ईसी की बैठक न होने की वजह से कई महीनों से अस्पताल के महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा नहीं हो पाई है। उल्लेखनीय है कि अस्पताल में हर तीन महीने बाद नई योजनाओं को शुरू करने व अस्पताल के महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर अस्पताल के विभिन्न विभागों के साथ चर्चा की जाती है। वहीं बैठक में नई योजनाओं को शुरू करने के बारे में भी फैसला लिया जाता है। अस्पताल में आने वाले मरीजों को होने वाली समस्याओं पर भी चर्चा की जाती है व उन समस्याओं को दूर करने को लेकर भी समाधान निकालने का रास्ता निकाला जाता है। बैठक में ईसी के सदस्य अपने-अपने सुझाव भी रखते है। अस्पताल में हर तीन महीने बाद होने वाली ईसी की बैठक अस्पताल में आने-वाले मरीजों के लिए राहत जैसी होती है। बैठक में  मरीजों को सुविधाएं प्रदान करने के लिए कई फैसले लिए जाते है। हैरानी की बात है कि इतनी अहम बैठक लेकिन अस्पताल प्रशासन अभी तक बैठक की तारिक ही तय नहीं कर पाया है। हालांकि अस्पताल के प्रिंसीपल डा. अशोक शर्मा आठ फरवरी को ईसी की बैठक होने की बात कर चुके थे, लेकिन आठ फरवरी को होने वाली बैठक स्थगित करनी पड़ी जिसका कारण यह है कि बैठक के लिए बनाई गई कॉपी पर सभी सदस्यों ने साइन ही नहीं किए कारणवंश ईसी की बैठक को स्थगित करना पड़ा।  उल्लेखनीय है कि आईजीएमसी प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल है यहां पर दूर दूर से मरीज इलाज के लिए पहुंचते है। मौजूदा समय में अस्पताल में आधे से ज्यादा मशीने खराब पड़ी है। मरीजों को अस्पताल में असुविधाओं से जुझना पड़ता है। बावजूद इसके अस्पताल प्रशासन अभी तक आपसी मतभेदों में उलझकर कर रह गए है। आईजीएमसी में लगभग सात आठ महीनों से ईसी की बैठक आयोजित न करना अस्पताल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर कई तरह के सवालिया निशान खड़े करते है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App