इस बार आम भरेगा बागबानों की जेब

By: Feb 23rd, 2018 12:10 am

नूरपुर — इस बार आम की फसल का ऑन ईयर होने कारण आम की बंपर फसल होने की उम्मीद है, जिसके कारण बागबानों में काफी उत्साह है। मौसम में गर्मी होने के चलते आम के पौधों में बौर खिल गया है, जिससे नूरपुर क्षेत्र के आम के बागीचे आम के बौर की खुशबू से महक उठे हैं।  हालात सामान्य रहे, तो   उत्पादन पहले से बढ़ सकता है। आमतौर पर आम पर फरवरी माह के मध्य बौर पड़ने की प्रक्रिया शुरू हो जाती थी, जो कि मार्च के प्रथम सप्ताह तक पूरी हो जाती है, परंतु इस बार डेढ़ सप्ताह पहले ही बौर आ गया, जिसे विशेषज्ञ कोई ज्यादा असामान्य नहीं मानते। विशेषज्ञों के मुताबिक बागबानों को बौर के बाद फल की सेटिंग के समय उचित मात्रा में छिड़काव करना चाहिए। नूरपुर में देशी के अलावा दशहरी आम की कई किस्मे हैं, जिसमें दशहरी, शहद की कुप्पी व रामकेला आदि जल्दी पकने वाली किस्मे हैं, जबकि लंगड़ा, चौसा, बांबे ग्रीन, आमरपाली लेट पकने वाली किस्में हैं।  उद्यान विभाग के उपनिदेशक डा. दौलत राम वर्मा ने बताया कि इस बार आम की फसल का ऑन ईयर है, जिससे आम की भारी पैदावार होने की उम्मीद है।

 क्या है ऑफ ऑन ईयर…

एक वर्ष आम की भारी पैदावार होती है और उस वर्ष को ऑन ईयर कहते हैं,जबकि एक वर्ष आम की कम पैदावार होती है,तो उसे आम की फसल का ऑफ  ईयर कहते हैं।

नूरपुर है नंबर वन

प्रदेश में सबसे ज्यादा आम की पैदावार जिला कांगड़ा में होती है।  जिला  में सबसे ज्यादा पैदावार नूरपुर क्षेत्र में होती है। नूरपुर में जौंटा, खज्जियां, नागनी, सुल्याली, जाच्छ, वासा, गनोह, राजा का तालाब, रैहन, गोलवां, छत्तर, गंगथ, इंदपुर, इंदौरा, डाहकुलाड़ा में आम के बागीचे हैं।

छिड़काव करें

आम के फलों को बीमारियों से बचाने के लिए आम की सेटिंग के समय मोनोक्रोटोफोस 100 एमएल प्रति 100 लीटर व हैक्साकोनाजोल 50 एमएल प्रति 100 लीटर पानी में मिलाकर आम के पौधों पर छिड़काव करें।

जिला कांगड़ा में कितना उत्पादन…

जिला में वर्ष 2015-16 में फलों का कुल क्षेत्रफल 39841 हेक्टेयर था, जिसमें आम का क्षेत्रफल 20880 हेक्टेयर था। इसमें फलों का कुल उत्पादन लगभग 52185 मीट्रिक टन था, जिसमें आम के फलों का उत्पादन 24900 मीट्रिक टन था।


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