जानलेवा हो सकते हैं गले के रोग

By: Feb 3rd, 2018 12:05 am

ज्यादातर केसों में यह तकलीफ उपचार से ठीक हो जाती है, किंतु बार-बार के इन्फेक्शन से या एक बार में ही ज्यादा संक्रमण हो तो गुर्दे भी फेल हो सकते हैं…

हम में से बहुतों को खासकर बच्चों को अकसर सर्दी, खांसी होती रहती है। यह बहुत ही साधारण बीमारी होती है व कुछ दिन रहकर ठीक हो जाती है। यह एक सामान्य बात है, परंतु इसके दूरगामी परिणाम भयावह होते हैं।  होता गले का इन्फेक्शन है, परंतु हृदय के वाल्व तथा किडनी (गुर्दे) इसके शिकार हो सकते हैं। एक विशेष कीटाणु के खिलाफ शरीर के प्रतिरोध शक्ति द्वारा बनाए हुए इम्यून कांप्लेक्स हृदय के वाल्व या किडनी के ऊपर अटैक कर देते हैं। किडनी के ऊपर हुए असर के कारण उसके द्वारा रक्त की शुद्धिकरण की क्रिया पर असर होता है। इसे नेफ्राइटिस कहते हैं।  इस वजह से गुर्दे कुछ समय के लिए फेल हो जाते हैं। हाथों-पैरों में सूजन आती है तथा ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। ज्यादातर केसों में यह तकलीफ उपचार से ठीक हो जाती है, किंतु बार-बार के इन्फेक्शन से या एक बार में ही ज्यादा संक्रमण हो, तो गुर्दे भी फेल हो सकते हैं। उसी तरह हृदय के वाल्व पर इसका असर होता है, तो कालांतर में वाल्व या तो सिकुड़ जाते हैं या उनकी कंपन गति कमजोर हो जाती है। जिसकी वजह से खून के संचालन में बाधा आती है। खासकर बायीं तरफ  के वाल्व में यह खराबी होती है जिसे माइट्रल या एओरटिक कहते हैं। कई बार हृदय इस वजह से फूलने लगता है या खून का प्रेशर उसमें बढ़ने लगता है, अतः जब भी गला खराब हो उसे गंभीरता से लें। बुखार की दवाओं के साथ-साथ एंटीबायोटिक का पूरी मात्रा में सेवन करें। वैक्सीन लगाने से भी इन्फेक्शन की रोकथाम की जा सकती है। खान-पान की तरफ ध्यान दें, विटामिन सी का सेवन करने से बीमारी से बच सकते हैं। तंग बस्ती में रहने वाले तथा जहां पर वायु प्रदूषित हो वहां यह बीमारी ज्यादा होती है। अगर हृदय का वाल्व खराब हो गया हो, तो लंबे समय तक हृदय रोग की दवाइयों के साथ पुनः इन्फेक्शन न हो इसके लिए पेनिसिलिन नामक एंटीबायोटिक निश्चित मात्रा में समय-समय पर लगानी पड़ती है।  अगर इससे एलर्जी है तो अन्य एंटीबायोटिक का सेवन करना चाहिए। समय-समय पर हृदय के चैकअप से वाल्व की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। कालांतर में अगर खराबी ज्यादा है तो वाल्व का आपरेशन भी करना पड़ सकता है। अतः सावधानी बरतें और गले की खराबी से बचें।


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