बर्फ ने रोकी एंबुलेंस, फोन सिग्नल भी गायब

By: Feb 9th, 2018 12:05 am

जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति में मॉक ड्रिल के दौरान खुली विभागों की पोल, लड़खड़ाई व्यवस्था

केलांग – जनजातीय जिला केलांग में मॉक ड्रिल करते हुए कई विभागों की जमकर पोल खुल गई। यहां मरीजों को लाने वाली एंबुलेंस रास्ते में मरीजों के साथ ही रुक गई, तो कहीं नेटवर्क की दिक्कत के चलते कर्मचारी अधिकारी से संपर्क नहीं कर सके। यह पहला मौका था, जब लाहुल में हुई मॉल ड्रिल के दौरान कई तरह की खामियां पाई गईं। जहां पर प्रदेश के अन्य जिलों में मॉल ड्रिल भले की सफल रही हो, लेकिन स्वास्थ्य सुविधा के लिए हमेशा से रोते आए लाहुल के लोग मॉक ड्रिल में भी कई जगह पर पिछड़ गए। केलांग से जैसे ही मरीजों को लेकर एंबुलेंस आई तो वह रास्ते में बर्फ होने के चलते रुक गई। कारण तापमान शून्य से नीचे होने के चलते डीजल का जाम हो जाना। इसी तरह से आईटीबीपी के जवान भी जब मौके पर मदद के लिए पहुंचे तो उनके पास भी अपना वाहन नहीं था। उन्हें भी प्रशासन की ओर से टैक्सियां उपलब्ध करवाई गई थीं। एचआरटीसी की बसें सड़कों में शुरू की बर्फबारी के बाद से दौड़ नहीं पा रही हैं, जिस कारण निगम की बसों की कमी भी यहां जमकर खली । मॉल ड्रिल में लाए गए करीब 25 मरीजों को लाने व ले जाने के लिए भी भारी दिक्कत वाहनों की रही। नेटवर्क की सुविधा न होने के चलते कर्मचारी किसी भी अधिकारी से संपर्क नहीं कर पा रहे थे। वाहनों का बार-बार रास्तों में रुक जाना, यानी कि लाहुल-स्पीति के लिए फॉर वाय फॉर पेट्रोल वाहनों की ही जरूरत है। पेट्रोल वाले वाहन ही ऐसे इलाके के लिए कामयाब हैं। डीजल वाले वाहनों ने जिस तरह से विभागों की पोल आज मॉल ड्रिल के दौरान खोली है, अगर आपदा आए तो किस तरह से लोगों की जान बचाई जा सकेगी। हालांकि अधिकारियों की मानें तो जिला लाहुल-स्पीति में मॉक ड्रिल पूरी तरह से सफल रही है। लेकिन यहां जो कमियां पाई गई है, उन्हें भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। प्रदेश सरकार को चाहिए कि वह जिला प्रशासन से मॉक ड्रिल के दौरान जो कमी अधिकारियों ने भी महसूस की, उस रिपोर्ट को भी जरूर लें। उधर, सीएमओ लाहुल-स्पीति, जो कि मॉक ड्रिल के आब्जर्वर थे, उनका कहना है कि जिला लाहुल-स्पीति में गुरुवार को हुई मॉक ड्रिल पूरी तरह से सफल रही है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App