सत्यभामा मंदिर

By: Feb 10th, 2018 12:09 am

विश्वभर में श्रीकृष्ण के कई मंदिर हैं, जहां वो राधा रानी के साथ विराजित हैं, लेकिन भगवान कृष्ण के कुछ ऐसे मंदिर हैं, जहां वो अपनी पत्नियों के साथ विराजमान हैं। जिनमें से एक आंध्र प्रदेश के पुट्टपर्थी में है, जहां वो अपनी पत्नी सत्यभामा के साथ विराजमान हैं। यहां श्रीकृष्ण के साथ उनकी आठ पटरानियों में से एक सत्यभामा को पूजा जाता है। तो आइए जानें इस मंदिर से संबंधित रोचक कथा। ैकैसे हुई इस मंदिर की स्थापना- देवी सत्यभामा का यह मंदिर दुनिया में बेहद प्रसद्धि है, क्योंकि इसकी स्थापना किसी और नहीं बल्कि साई बाबा के दादा जी ने स्वयं की थी। मान्यता अनुसार प्राचीन समय में साई बाबा के दादाजी को देवी सत्यभामा ने दर्शन देकर उन्हें मंदिर के निर्माण का आदेश दिया था। तब देवी के इस आदेश को पूरा करने के लिए साई बाबा के दादाजी ने यहां मंदिर की स्थापना की थी।  इच्छाशक्ति की देवी हैं सत्याभामा- पुराणों में दिए गए वर्णन के मुताबिक, देवी सत्यभामा को इच्छाशक्ति की देवी माना जाता है। अपनी समस्त इच्छाओं की पूर्ति के लिए भगवान कृष्ण एवं देवी सत्यभामा को प्रसन्न करने दूर-दूर से भक्त आते हैं। मंदिर में हैं  कई तस्वीरें- मंदिर में देवी सत्यभामा की लगभग 3 फुट ऊंची एक मूर्ति है। मंदिर के गर्भगृह में सत्यभामा की मूर्ति के आसपास भगवान कृष्ण की कई तस्वीरें लगी हुई हैं। कैसे पहुंचें- पुट्टपर्थी आंध्र प्रदेश के प्रमुख शहरों में से एक है। यहां से देश के लगभग सभी बड़े शहरों से रेल गाडि़यां आसानी से मिल जाती हैं साथ ही पुट्टपर्थी में एयरपोर्ट भी है  इसलिए हवाई मार्ग का भी प्रयोग किया जा सकता है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App