‘हिमाचल की आवाज’ को वडाली ने लगाए चार चांद

By: Feb 18th, 2018 12:05 am

धर्मशाला में सीजन-6 के ग्रैंड फिनाले में सेलिब्रिटी जज का धमाल, ‘दिव्य हिमाचल मीडिया ग्रुप’ के प्रयास सराहे

धर्मशाला— हिमाचल की आवाज सीजन-6’ में बतौर सेलिब्रिटी जज पहुंचे पंजाबी गायकी की शान लखव्रिंद सिंह वडाली ने ‘दिव्य हिमाचल मीडिया गु्रप’ की इस मुहिम की खूब सराहना की। वडाली ने कहा कि वह आगामी समय में हिमाचल की आवाज के मंच पर अपनी टीम सहित आना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का स्तर मेरी कल्पना से भी कई गुणा आगे है। वडाली ने कार्यक्रम में भाग ले रहे प्रतिभागियों को कहा कि जो इस पर जीत का ताज अपने सिर सजाएगा उसे और कड़ी मेहनत कर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाना होगा। उन्होंने कहा कि सफलता की कुंजी सिर्फ और सिर्फ मेहनत है। इस मंच पर जो लोग जीत नहीं पाएंगे, उन्हें अगली बार कड़ी मेहनत कर इस कार्यक्रम को जीतने के लिए प्रयास करना है।

हिमाचल में नहीं प्रतिभा की कमी

सेलिब्रिटी जज लखव्रिंद सिंह वडाली ने कहा कि हिमाचल के सुरीले कंठ राष्ट्रीय ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी आवाज का लोहा मनवा चुके हैं। जिसमें मोहित चौहान के साथ-साथ और भी कई बड़े नाम शामिल हैं।

दर्शकों ने बार-बार गाने को किया मजबूर

‘हिमाचल की आवाज’ सीजन-6 के ग्रैंड फिनाले में बतौर सेलिब्रिटी जज पहुंचे लखविंद्र सिंह वडाली को दर्शकों ने बार-बार गाना गाने पर मजबूर किया। वडाली ने मंच पर करीब तीन बार लोगों से इजाजत मांगी, लेकिन लोगों ने वनस मोर वनस-मोर नारे लगाकर माइक थामने पर मजबूर कर दिया। इस दौरान वडाली ने असां ने तेनू रब मनया, तुम्हें दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी, मेरे रशके कंबर, चूरी, नित खैर मंगा, माहिया वे तेरे वेखन नू की प्रस्तुतियां देकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।

नदियों से सीखनी होगी शालीनता

धर्मशाला— हिमाचल की आवाज सीजन-6 के ग्रैंड फिनाले में ‘दिव्य हिमाचल’ के प्रधान संपादक अनिल सोनी ने सेलिब्रिटी जज की सरलता की सराहना की। उन्होंने कहा कि लखविंद्र वडाली बहुत बड़े घराने से अंतरराष्टीय स्तर के मुकाम तक पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि हम हिमाचलियों को वडाली से सरलता  सीखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे आसपास नदी नाले मिलते हैं। नदियां बहकर सागरों में जाकर मिलती हैं, लेकिन हमने अपनी नदियों नालों से नहीं सीखा की किस तरह सागर में जाकर गुम होना है। प्रधान संपादक ने कहा कि हम हिमाचलियों को अपनी नदियों-नालों से ही सरलता की सीख लेनी चाहिए। हम हिमाचली बहक कर भटक गए हैं। उन्होंने कहा कि हमें आगे बढ़ना और हिमाचल को भी आगे बढ़ना है।  हमें अपने घर के गुरुर में आगे नहीं बढ़ना है बल्कि हमें उस तरह बढ़ना है जिस तरह सदियों से पहाड़ पिघलकर झरने-नदी बनते हैं, हिमाचल से निकलकर पंजाब मैदान से गुजरकर कई भागों को सींचकर सागर में मिल जाते हैं। हम हिमाचली उस मिट्टी के बने हैं, जहां झरने भी गाने गाते हैं, जंहा नदियां भी संगीत सुनाती हैं, लेकिन हमने कभी अपने कानों को उसके पास नहीं जाने दिया। उन्होंने कहा कि आज जो वडाली ने इस मंच पर कहा तो हिमाचल में बहुत घंटियां बजी हैं। हमारे पास बहुत मंदिर है, देवभुमि में, लेकिन ऐसी घंटियां कभी-कभी  बजती है, जब कोई शख्सियत यहां आती है और जब वह अपनी सादगी व कर्त्तव्य से घंटी बजाते हैं तो हमे वो सुन लेनी चाहिए।

अभिभावकों को किया नमन

प्रधान संपादक अनिल सोनी ने कहा कि मैं हिमाचल की आवाज सीजन-6 के मंच से उन अभिभावकों को भी नमन करना चाहता हूं जिन्होंने अपने बच्चों को डाक्टर व इंजीनियर बनाने की होड़ से साइड हटकर बच्चों की आवाज सुनी और उन प्रतिभाओं को इस क्षेत्र में आगे बढ़ने का मौका दिया।

जीत का श्रेय गुरु प्रो. परम हंस को

सीनियर वर्ग विजेता ईशान (ऊना)

हिमाचल की आवाज ग्रैंड फिनाले सीजन-6 के सीनियर वर्ग के विजेता ईशान ने अपनी जीत का श्रेय अपने गुरु प्रो. परमहंस अहुजा को दिया है। उन्होंने बताया कि वह डिग्री कालेज भटोली से ग्रेजुएशन कर  रहे हैं। ईशान ने बताया कि उन्होंने कालेज में संगीत विषय चुनने के बाद ही संगीत सीखना शुरू किया लेकिन गायकी का शौक बचपन से रखते थे। ईशान के पिता सुभाष चंद सरकारी नौकरी करते हैं, और माता मंजू देवी गृहिणी हैं। मास्टर सलीम और कमल खान को अपना आदर्श मानने वाले ईशान अब संगीत के क्षेत्र में ही भविष्य बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें अगामी समय में जिस भी बड़े मंच पर मौका मिलेगा वह अपने हुनर का प्रदर्शन करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि वह साथ-साथ अपनी पढ़ाई को भी जारी रखेंगे।

प्ले बैक सिंगर बनना है सपना

जूनियर वर्ग विजेता अंजलि (मंडी)

जुनियर वर्ग की विजेता रही अंजलि ने ‘दिव्य हिमाचल’ परिवार का इतना बड़ा मंच प्रदान करने के लिए धन्यवाद किया है। लता मंगेश्कर को अपना आर्दश मानने वाली अंजलि प्ले बैक सिंगर बनना चाहती हैं। अंजली अपने पिता रमेश चंद बंसल से संगीत सिखती हैं। उनके पिता जिला कल्याण अधिकारी कुल्लू के रुप मे अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उनकी माता बंदना बंसल गृहिणी हैं। अंजलि ने बताया कि हिमाचल की आवाज सीजन-4 में उनके बड़े भाई आदित्य बंसल भी विजेता रह चुके हैं। उन्होंने बताया कि वह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बरमाणा में आठवीं कक्षा की छात्रा हैं।

 

स्पांसर्ज ने दिया सहयोग

‘दिव्य हिमाचल’ मीडिया ग्रुप के मेगा इवेंट हिमाचल की आवाज सीजन-6 में लीड स्पांसर के रूप में जेपी यूनिवर्सिटी आफ आईटी बाकनाघाट सोलन ने सहयोग किया। इसी तरह कुदरत हार्डवेयर ठाकुरद्वारा पालमपुर, हिम अकादमी पब्लिक स्कूल विकास नगर हमीरपुर, दि मेग्नेट पब्लिक स्कूल हमीरपुर, मिनर्वा स्टडी सर्किल बिलासपुर, ड्यूक, रतन सिंह सराफ एंड सन्ज, मोती बाजार मंडी, जीनियस योल नगरोटा बगवां, एलआईसी इंडिया, इंडियन करियर डिफेंस अकादमी बिलासपुर, आस्था हास्पिटल चक्कर मंडी, सोहा ट्रेडर्ज नेरचौक मंडी, आकाश डाइग्नोस्टिक लैब टांडा, सरस्वती कोचिंग क्लासिज सुंदरनगर, हिमाचल मैनपावर एसोसिएट्स सुंदरनगर, हिम्मत रिजोर्ट बरोट, इंडस ग्लोबल स्कूल मंडी, न्यू क्रीसेट सीनियर सेकेंडरी स्कूल जोगिंद्रनगर, आरके इंटरनेशनल स्कूल नबाही सरकाघाट, डायमंड पब्लिक स्कूल सज्याओपिपलू सरकाघाट, हरि गंगा नंदन पब्लिक स्कूल लडभड़ोल मंडी ने भी इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग किया है।


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