आहार व्यवहार नवरात्र की शान 

By: Mar 17th, 2018 12:05 am

व्रत के आहार में प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन्स और मिनरल्ज होने चाहिए। अगर आप व्रत के दौरान किसी विशेष पोषक तत्त्व की अनदेखी करेंगे, तो इसका असर आपकी सेहत पर पड़ सकता है…..

उपवास अगर नियमों का पालन कर रखे जाएं तो ये सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि हम नवरात्र के व्रत के दौरान कुछ खास बातों का ख्याल रखें। इस दौरान हमें आहार के साथ-साथ अपने व्यवहार को लेकर भी सादगी का परिचय देना चाहिए। व्रत का अर्थ यह नहीं कि अन्न त्याग दिया और चिप्स आदि का सेवन बढ़ा दिया। इससे आपको कुछ और मिले न मिले, लेकिन बीमारियां जरूर मिल सकती हैं। व्रत में सेहत का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। ऐसे में अगर आप नवरात्र के व्रत के दौरान सेहतमंद रहना चाहते हैं, तो जरूरी है कि आप इन हेल्दी  टिप्स का ध्यान रखें।

पोषक तत्त्वों की अनदेखी न हो-

एक उपयुक्त नवरात्र आहार में तमाम तरह के पोषक तत्त्वों का होना जरूरी होता है। व्रत के आहार में प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन्स और मिनरल्ज होने चाहिए। अगर आप व्रत के दौरान किसी विशेष पोषक तत्त्व की अनदेखी करेंगे, तो इसका असर आपकी सेहत पर पड़ सकता है। याद रखिए सेहतमंद रहने के लिए आहार का सही होना बहुत जरूरी है।

गुनगुनाते हुए करें दिन की शुरुआत- दिन की शुरुआत गुनगुने पानी में नींबू डालकर पीने से करें। इससे आपका सिस्टम डिटॉक्सीफाई होता है। और आप स्वयं को अधिक स्वस्थ महसूस करते हैं। गुनगुना पानी पाचन क्रिया को भी दुरुस्त बनाए रखने में मदद करता है। नवरात्र में क्योंकि आप कम मात्रा में भोजन करते हैं, इसलिए पाचन क्रिया का सही रहना बहुत जरूरी है।

फलों का सेवन यानी स्वस्थ तन-मन- आप पपीता, सेब, नाशपाती और अनार जैसे फलों का सेवन करें। इससे आपको उचित मात्रा में पौष्टिक तत्त्व तो मिलेंगे ही साथ ही आपको भूख भी कम लगेगी। पपीते को वैसे भी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। यह सुपाच्य होता है और शरीर को जरूरी ऊर्जा भी प्रदान करता है। आप व्रत के दौरान फलों का जूस भी पी सकती हैं, इससे आपके शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या भी नहीं होगी।

बादाम रखे सेहत का ध्यान- रात को बादाम भिगोकर रखें और सुबह उन्हें खा लें। इससे आपके मिनरल की पर्याप्त मात्रा मिल जाएगी। बादाम में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर की विषैले पदार्थों को भी बाहर निकालने में मदद करते हैं।

ज्यादा दूध मलाई से दूरी में भलाई- फुल क्रीम दूध और पनीर आदि का अधिक सेवन करने से बचें। यह आपको आलसी और बीमार बना सकते हैं। इसके साथ ही ये खाद्य पदार्थ आपका वजन भी बढ़ा सकते हैं।  व्रत के दौरान सादे भोजन का सेवन आपके लिए फायदेमंद होता है। अधिक गरिष्ठ भोजन करना आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है। ज्यादा हैवी खाना खाने से आपके शरीर में सुस्ती पैदा हो सकती है। जिसके चलते आप थकावट महसूस करेंगे।

सब्जियों का रस, स्वास्थ्य टकाटक- व्रत के  दौरान टमाटर, सेब और अदरक का रस निकाल कर पिना चाहिए। इन सभी पदार्थों में भारी मात्रा में विटामिन ए, बी और सी मौजूद होता है। इसके साथ ही इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कैंसर जैसी बीमारियों से बचाने में भी मदद करते हैं। सब्जियों का यह जूस शरीर में पोषक तत्त्वों की कमी नहीं होने देता।

भूखे भजन न होए गोपाला- उपवास का अर्थ अन्न का त्याग हो सकता है, लेकिन पोषक तत्त्वों का नहीं। ज्यादा देर तक भूखे रहना आपकी सेहत पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है। अगर आपको एसिडिटी या सीने में जलन जैसी समस्याएं हैं, तो आपको अधिक देर तक भूखे नहीं रहना चाहिए। जरूरी है कि आप थोड़ी-थोड़ी देर बाद उपवास में फल आदि का सेवन करते रहें।

सेहत की कीमत पर उपवास, कभी नहीं- उपवास रखने से पहले अपनी सेहत का ध्यान जरूर रखें। अगर आपको किसी भी प्रकार का संशय है या आप पहले से किसी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हैं, तो उपवास रखने से पहले अपने डाक्टर से सलाह जरूर लें। गर्भवती महिलाओं को भी व्रत नहीं रखना चाहिए। सेहत को दरकिनार कर उपवास रखने से आपको गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।

मेहनती लोग न रखें उपवास- अगर आप शारीरिक रूप से अधिक सक्रिय हैं, तो आपको व्रत नहीं रखना चाहिए। शारीरिक रूप से अधिक सक्रिय लोगों को अधिक ऊर्जा की जरूरत होती है। ऐसे में अगर वे व्रत रखते हैं, तो इसका विपरीत असर उनके शरीर के अंगों पर पड़ता है। व्रत रखने से उनकी कार्यक्षमता भी प्रभावित होती है।


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