उधारी के डाक्टर… मजबूर  प्रबंधन

By: Mar 23rd, 2018 12:05 am

कुल्लू अस्पताल के हालात, 44 कांप्लीकेटेड डिलीवरी केस

कुल्लू – सरकार ने कुल्लू अस्पताल में अपने डाक्टर तैनात किए होते तो शायद सरकार का अतिरिक्त खजाना भी खाली नहीं होता और न ही प्रदेश के चार जिलों की महिलाओं को उपचार करवाने के लिए निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ता। यह नहीं, निजी अस्पतालों के डाक्टर एमर्जेंसी के समय सेवाएं दे रहे हैं, अन्यथा जिला कुल्लू की महिलाओं की दिक्कतें और बढ़ जाती हैं। अस्पताल में सिजेरियन सहित कई कांप्लीकेटिड डिलीविरयां आ रही हैं। इसके बावजूद सरकार महिलाओं की पीड़ा को जान नहीं पा रही है। बता दें कि बुधवार को ही अस्पताल में एक गंभीर केस आया, जिसमें जच्चा-बच्चा की मौत हो गई।  भविष्य में अस्थायी डाक्टरों के न होने से बड़ी दिक्कतें आ सकती हैं। हैरानी की बात यह है कि प्रदेश की सत्ता बदलने के बाद जिला कुल्लू को हालांकि मंत्रिमंडल में अहम प्रतिनिधित्व दिया गया है, लेकिन जिला में स्वास्थ्य सुविधा सुधरने के बजाय  लड़खड़ा रही है। क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में पिछले छह महीनों से गायनी जैसे महत्त्वपूर्ण विशेषज्ञ चिकित्सकों का पद खाली चल रहा है।  इसके अलावा  एक-दो डाक्टर नहीं, बल्कि 13 डाक्टरों की कमी से अस्पताल जूझ रहा है।  स्वास्थ्य विभाग की जानकारी के मुताबिक फरवरी माह से लेकर अब तक क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में 44 कांप्लीकेटिड डिलीवरी केस और 39 के करीब सिजेरियन के साथ 228 सामान्य डिलीवरी केस हुए हैं। कांप्लीकेटिड के साथ सिजेरियन करवाने के लिए अस्पताल प्रबंधन को निजी अस्पतालों से महिला विशेषज्ञ डाक्टर हायर करवाने पड़ रहे हैं। ये निजी डाक्टर भी जिला के भीतर न हो तो यहां समस्या गंभीर हो सकती है। हालांकि इन डाक्टरों को नेशनल हैल्थ मिशन के तहत प्रति केस का पैसा दिया जा रहा है, लेकिन यह यहां बढ़ रही गंभीर दिक्कत का कोई स्थायी हल नहीं है। वहीं, इस सिस्टम से सरकार का अतिरिक्त खजाना भी खाली हो रहा है। विभाग के मुताबिक ही अस्पताल में कुल 37 पद स्वीकृत हैं और वर्तमान समय में 24 डाक्टर तैनात हैं, जबकि 14 डाक्टरों के पद खाली चल रहे हैं। हालांकि सरकार ने हाल में प्रदेश के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों के डाक्टर का इंतजाम किया है, लेकिन जिस अस्पताल में छह महीनों से पद रिक्त चल रहा है, वहां के लिए अभी भी डाक्टर का इंतजाम नहीं हो पा रहा है। यह दिक्कत काफी गंभीर हो गई है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App