कालिका सहस्रनाम

By: Mar 24th, 2018 12:07 am

-गतांक से आगे…

आज्ञा प्रज्ञा-पूर्ण-मनाश्चंद्र-मुख्यानुवूलिनी।

वावदूका निम्न-नाभिः सत्या संध्या दृढ़-व्रता।। 71।।

आन्वीक्षिकी दंड-नीतिस्त्रयी त्रि-दिव-सुंदरी।

ज्वलिनी ज्वालिनी शैल-तनया विंध्य-वासिनी।। 72।।

अमेया खेचरी धैर्या तुरीया विमलातुरा।

प्रगल्भा वारुणीच्छाया शशिनी विस्पुलिङ्गिनी।। 73।।

भुक्ति सिद्धि सदा प्राप्तिः प्राक या महिमाणिमा।

इच्छा-सिद्धिर्विसिद्धा च वशित्वीर्ध्व-निवासिनी।। 74।।

लघिमा चैव गायित्री सावित्री भुवनेश्वरी।

मनोहरा चिता दिव्या देव्युदारा मनोरमा।। 75।।

पिंगला कपिला जिह्वा-रसज्ञा रसिका रसा।

सुषु नेडा भोगवती गांधारी नरकांतका।। 76।।

पांचाली रुक्मिणी राधाराध्या भीमाधिराधिका।

अमृता तुलसी वृंदा वैटभी कपटेश्वरी।। 77।।

उग्र-चंडेश्वरी वीर-जननी वीर-सुंदरी।

उग्र-तारा यशोदा या देवकी देव-मानिता।। 78।।

निरंजना चित्र-देवी क्रोधिनी कुल-दीपिका।

कुल-वागीश्वरी वाणी मातृका द्राविणी द्रवा।। 79।।

योगेश्वरी-महा-मारी भ्रामरी विंदु-रूपिणी।

दूती प्राणेश्वरी गुप्ता बहुला चामरी-प्रभा।। 80।।


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