खाने लायक नहीं प्रदेश में बनी दवाएं

By: Mar 10th, 2018 12:45 am

बीबीएन— केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ)की जांच में देश के 33 दवा उद्योगों में निर्मित 38 तरह की दवाएं गुणवत्ता मानकों पर खरी नहीं पाई गई है। ये दवाएं गुणवत्ता की कसौटी पर बेअसर साबित हुई हैं। उनका इस्तेमाल कैंसर, पेट के रोगों, उल्टी, त्वचा रोग, सर्दी-जुकाम, संक्रमण, रक्त स्त्राव, मल्टी विटामिन कैप्सूल सहित दर्द के उपचार में किया जाता है। इसके अलावा चीन में निर्मित एलर्जी की एक दवा नकली पाई गई है। यह खुलासा सीडीएससीओ द्वारा जारी फरवरी माह के ड्रग अलर्ट में हुआ है। इस अलर्ट में हिमाचल के नौ दवा उद्योगों में निर्मित 14 तरह की दवाएं भी सब-स्टैंडर्ड निकली हैं। राज्य दवा नियंत्रक ने दवा निरिक्षकों को भी सबंधित दवा उद्योगों का संयुक्त निरिक्षण कर एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट सौंपने के निर्देंश दिए है।  जानकारी के मुताबिक केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन द्वारा जारी फरवरी के ड्रग अलर्ट में हिमाचल के जिन उद्योगों में निर्मित दवाइयां सब-स्टैंडर्ड पाई गई हैं, वे  बद्दी, परवाणू, बरोटीवाला, पांवटा साहिब व कालाअंब में स्थापित हैं। सीडीएससीओ ने फरवरी माह में देश के विभिन्न स्थानों से दवाइयों के सैंपल जांच के लिए थे, जिसमें से कुल 33 नामी फार्मा कंपनियों में निर्मित दवाइयां व इंजेक्शन, लोशन के सैंपल जांच में मानकों पर खरे नहीं उतर सके हैं। इनमें से कुछ दवाइयां हिमाचल की नौ फार्मा कंपनियों में बनी हैं। इसके अलावा गोवा,गुजरात, महाराष्ट्र, कोचीन, जमू एवं कश्मीर, उत्तराखंड, दिल्ली, मध्य प्रदेश व उत्तर प्रदेश के उद्योगों में निर्मित दवाओं के सैंपल भी फेल हो गए हैं।  बता दें कि प्राधिकरण ने ऐसे करीब 30 उद्योग शार्टलिस्ट किए हैं, जिनमें निर्मित दवाएं बार बार गुणवत्ता के  पैमाने पर खरी नहीं उतर रही हैं। पहले चरण में 14 दवा उद्योगों की जांच कर कार्रवाई की जा रही है। बीते दिनों स्वास्थय मंत्री विपिन परमार के निर्देश पर प्राधिकरण की 13 सदस्यीय टीम ने सोलन, सिरमौर व कांगड़ा जिला में स्थापित 14 दवा उद्योगों का औचक निरीक्षण किया था।

दवा उद्योगों को कारण बताओ नोटिस

राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मारवाहा ने बताया कि सभी दवा उद्योगों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है और उन्हें बाजार से इन दवा उत्पादों का पूरा बैच उठाने के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य दवा नियंत्रक प्राधिकरण ऐसे दवा उद्योगों पर बराबर नजर रखे हुए हैं, जिनके उत्पाद बार-बार मानकों पर खरा नही उतर पा रहे है। उन्होंने बताया कि दवा निरीक्षकों को इन उद्योगों का संयुक्त निरीक्षण कर विस्तृत रिपोर्ट सोंपने  के र्निदेश दिए गए हैं।

चीन में निर्मित एक दवा भी नकली

सीडीएसीसीओ ने इस बार की जांच में चीन में निर्मित एलर्जी की एक नकली दवा भी पकड़ में आई है। यह दवा पहचान परीक्षण में नकली साबित हुई है। इसे सीडीएससीओ ने अहमदाबाद एयरपोर्ट पर जांच के दौरान कब्जे में लिया था।


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