टमाटर की खेती में जुटे किसान

By: Mar 17th, 2018 12:05 am

नौहराधार – गिरिपार क्षेत्र के निचले क्षेत्र लानाचेता, पालर, सेरतंदूला के किसान इन दिनों टमाटर की खेती की तैयारियों में जुटे हैं। उल्लेखनीय है कि लगभग एक दशक से इन क्षेत्रों में टमाटर की खेती की तरफ किसानों के रुझान में वृद्धि होने से हर वर्ष क्षेत्रों में टमाटर की फसल को लगाने हेतु किसानों की रुचि बढ़ रही है, लेकिन इस वर्ष समय पर बारिश न होने से तथा सोर्स सूखने से क्षेत्रों में पहले की अपेक्षा किसानों द्वारा टमाटर कम लगाए जा रहे हैं। तकरीबन 600 हेक्टेयर भूमि पर टमाटर की फसल लगाए जाने का अनुमान है। किसानों में टमाटर की फसल को सबसे लाभप्रद माना जाता है। इसके चलते आजकल जीवन यापन के लिए टमाटर की फसल तैयार करने में रात-दिन एक किए हुए हैं। क्षेत्र में पैदा होने वाले टमाटर की मांग प्रदेश के पड़ोसी राज्यों के साथ-साथ महानगरों में भी रहती है। क्षेत्र के प्रगतिशील किसान विनय शर्मा, योगेश वर्मा, लोकेश, दिनेश, सुरेंद्र, बंटी, जितेंद्र, कपिल आदि का कहना है कि टमाटर की फसल को तैयार करने में उनको विभागीय और सरकार की ओर से कोई भी सहायता नहीं मिल पाती है, जिस पर किसान अपने स्तर पर खुली मार्केट से बीज खेतों में प्रयोग किए जाने वाले कीटनाशक खाद सहित अन्य आवश्यक सामग्री खरीदने को मजबूर हैं, जिससे टमाटर की फसल को तैयार करने में सामग्री की लागत अधिक हो रही है। किसानों ने सरकार से मांग की है कि खासतौर पर टमाटर की खेती करने के लिए उनको विभाग के माध्यम से मृदा परीक्षण से लेकर बीज कीटनाशक, खाद, बैटरी चलित स्प्रे पंप व फसल के लिए प्रयोग में किए जाने वाले क्रेट टोकरी पर अनुदान मिलना चाहिए। किसानों ने मांग की है कि उनकी फसल की बिक्री के लिए अस्थायी तौर पर टोमेटो मंडी का प्रावधान करें, जिस पर विभागीय नियंत्रण हो और किसानों को अच्छे दाम मिले। उधर, इस बारे में उपनिदेशक कृषि विभाग नाहन डा. विद्यासागर ने बताया कि खेतीबाड़ी में आ रहे बदलाव को ध्यान में रखते हुए विभाग किसान हित में सरकार के समक्ष समय-समय पर सुझाव देता रहता है। जितनी कीटनाशक दवाइयां विभाग के पास मौजूद होती हैं किसानों को वितरित की जाती हैं।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App