टैक्सी किराए ने बढ़ाई टेंशन

By: Mar 22nd, 2018 12:05 am

अभिभावकों ने स्कूली छात्रों को बस सुविधा देने की उठाई मांग

शिमला –राजधानी शिमला में अभिभावक पहले से ही निजी स्कूलों में बढ़ रही फीस वृद्धि से परेशान हैं और अब बस व टैक्सी किराए ने भी उनके पसीने छुड़ा दिए है। मदद सेवा ट्रस्ट ने कहा कि  शिमला शहर के बच्चों को उनके घरों से स्कूल पहुंचाने और स्कूलों से घर छोड़ने के लिए एचआरटीसी मांग के अनुरूप हर रूट पर चार्टर्ड बस सुविधा देने में असमर्थ है। उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय के आदेश के मुताबिक एचआरटीसी स्कूल प्रबंधन की मांग के मुताबिक पिछले साल की तुलना में स्कूली बच्चों को अधिक चार्टर्ड बस से ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा दे रहा है इसीलिए व्यवस्था में हल्का सा सुधार आया है, जो कि बसों के अभाव के कारण अभी भी नाकाफी है।  अभिभावकों  स्कूलों की बुनियादी सुविधाओं के सुधारों के लिए प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए राशि स्कूल प्रबंधन के सहयोग के लिए देते आए हैं। स्कूली प्रबंधनों की गाइड लाइन में भी स्कूल द्वारा खुद ट्रांसपोर्टेशन की उचित व्यवस्था का जिक्र   किया गया है, लेकिन स्कूल प्रबंधन अपनी जिम्मेदारी से भागता नजर आ रहा है। सदस्यों का कहना है कि जब तक स्कूली प्रबंधन अपनी जिम्मेदारी को बखूबी से नहीं निभाएंगे तब तक शहर के अंदर ओवर लोडिंग पूरी तरह से नहीं रोकी जा सकती। अभिभावकों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि वह स्कूल प्रशासन को अपने स्तर पर भी स्कूल बस सुविधा उपलब्ध करवाने के आदेश जारी करें। इसके अलावा शहर में चलने वाली स्कूल टैक्सियों के लिए प्रति किलोमीटर किराया निर्धारित किया जाए । जिला प्रशासन शीघ्र उपयुक्त क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को स्कूल टैक्सी के प्रति किलोमीटर किराया निर्धारित करने के आदेश जारी करें, कहा कि सरकार इस पर ठोस कानून बनाए, ताकि अभिभावकों को किराए के अतिरिक्त बोझ से  निजात मिल सके। यदि समय रहते जिला प्रशासन ने इस पर कड़ा संज्ञान नहीं लिया तो मजबूरन अभिभावक अपनी समस्याओं को लेकर मुख्य न्यायाधीश से मिलेंगे। मदद सेवा ट्रस्ट की अध्यक्ष तनुजा थापटा ने शिमला शहर में शिमला नागरिक सभा द्वारा अभिभावकों की समस्याओं के समाधान के लिए रखे शिमला नागरिक सभा के अधिवेशन का स्वागत किया है।


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