नाहन मेडिकल कालेज को किया ‘अनफ्रेंड’

By: Mar 17th, 2018 12:07 am

नाहन – प्रदेश के सरकारी क्षेत्र के तीसरे मेडिकल कालेज डा. वाईएस परमार मेडिकल कालेज एवं अस्पताल नाहन में भले ही तीसरे बैच की तैयारियों को लेकर कालेज प्रशासन दिन-रात एक किए हुए हैं बावजूद इसके अभी भी धरातल पर मेडिकल कालेज में मिलने वाली सुविधाओं में कोई विशेष इजाफा नहीं हो पाया है। कालेज की स्थापना को लेकर दो वर्ष का समय बीत चुका है, परंतु अभी भी मेडिकल कालेज नाहन के अपने भवन के निर्माण कार्य की अभी एक ईंट तक नहीं लग पाई है। रिकार्ड में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने मेडिकल कालेज नाहन की आधारशिला गत वर्ष वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिमला से कर दी थी, परंतु धरातल पर अभी तक मेडिकल कालेज के भवन के निर्माण की अभी कोई शुरुआत नहीं हुई है। दो वर्षों से रिजनल अस्पताल नाहन के पुराने भवन में ही कुछ फेरबदल कर एमबीबीएस के पहले व दूसरे बैच को आरंभ कर दिया गया है। अब तीसरे बैच की तैयारियां हो रही हैं। एमसीआई की टीम किसी भी समय मेडिकल कालेज नाहन का दौरा तीसरे बैच का लेकर कर सकती है। बताया जा रहा है कि इसी सप्ताह मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम नाहन पहुंच रही है। ऐसे में मेडिकल कालेज प्रशासन तमाम औपचारिकताएं पूरी करने में दौड़-धूप कर रहा है। मेडिकल कालेज में कक्षाओं के लिए पुराने भवन में तीन अस्थायी लेक्चर थियेटर बनाए गए हैं, परंतु उनमें भी सुविधाओं का अभाव है। मेडिकल कालेज के पास अभी तक अपनी छात्रावास की व्यवस्था भी नहीं है। भारी भरकम किराया देकर छात्रावास व स्टाफ के आवासी क्वार्टर किराए पर लिए गए हैं। अब क्योंकि तीसरा बैच आरंभ होना है ऐसे में राजकीय महाविद्यालय नाहन के खाली हो चुके पुराने भवन में एमबीबीएस की कक्षाएं आरंभ करने को लेकर मेडिकल कालेज प्रशासन ने मरम्मत का कार्य आरंभ कर दिया है। गौर हो कि नाहन स्थित राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के आर्ट्स व साइंस ब्लॉक कालेज का अपना भवन बनने के बाद खाली हो चुके हैं तथा इन भवनों को सरकार द्वारा फिलहाल मेडिकल कालेज नाहन के लिए दे दिया गया है। इन भवनों में एमबीबीएस की कक्षाएं व लैब का कार्य चलाया जाएगा। जानकारी के मुताबिक एमसीआई के नियमों के मुताबिक मेडिकल कालेज में सेक्शन स्टाफ में दस प्रतिशत से अधिक पद रिक्त नहीं होने चाहिए। ऐसे में विभिन्न श्रेणी के पदों के रिक्त होने से भी मेडिकल कालेज प्रशासन चिंता में है। मेडिकल कालेज की लैब केवल तीन घंटे ही खुलती है जो कि अपने आप में मेडिकल कालेज की लैब पर सवालिया निशान लगाता है।

मेडिकल कालेज में यह है स्टाफ

मेडिकल कालेज नाहन में यदि शैक्षणिक स्टाफ की बात की जाए तो एक प्रिंसीपल के अलावा 227 पद स्वीकृत हैं, जिनमें प्रोफेसर 23, एसोसिएट प्रोफेसर 24, असिस्टेंट प्रोफेसर 44, सीनियर रेजिडेंट 30, ट्यूटर 48 व जूनियर रेजिडेंट के 58 पद स्वीकृत हैं। मेडिकल प्रशासन दावे कर रहा है कि यह तमाम पद भरे हुए हैं, परंतु मरीजों की लंबी कतारों व चिकित्सकों के कक्षों में अकसर खालीपन नजर आता है।


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