परिवार के सहयोग से हर चुनौती का कर रहीं सामना

By: Mar 6th, 2018 12:07 am

आपाधापी के इस दौर में कामकाजी महिलाएं जिम्मेदारी की डोर से बंधी हुईं हैं। समाज, परिवार और कारोबार में जिम्मेदारी का एहसास और समय का सही प्रबंधन ही वह अस्त्र है, जिससे कि महिलाएं तमाम मुसीबतों पर विजय पा रही हैं। ऐसी कामकाजी महिलाओं के जज्बे को सलाम, जो अपने परिवार के पालन-पोषण से लेकर दफ्तर और कारोबार की जिम्मेदारी भी सहज तरीके से निभा रही हैं। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य पर प्रदेश का अग्रणी मीडिया ग्रुप ‘दिव्य हिमाचल’ ऐसी ही खुद्दार महिलाओं से आपको रू-ब-रू करवा रहा है…..

स्वारघाट से रोहित ठाकुर की रपट

परिवार का साथ बहुत जरूरी

पूनम शर्मा ने कहा कि नौकरी के साथ-साथ परिवार को चलाना बहुत कठिन है। इसके लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करना पड़ता है और आपको परिवार का भी पूर्ण सहयोग चाहिए होता है। अगर आपके पास कोई योजना नहीं हो तो अव्यवस्था के चलते जीवन भी बोझ लगने लगता है।

समय पर काम निपटाने की कोशिश

रीना ठाकुर ने सभी महिलाओं को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई दी है। उन्होंने कहा कि पति और परिवार के सदस्यों के सहयोग से हर कार्य व्यवस्थित तरीके से हो जाता है। हर कार्य को व्यवस्थित ढंग और समय पर निपटाने की कोशिश रहती है।

रुचि के अनुसार अपनाएं व्यवसाय

मनीषा गोस्वामी का कहना है कि महिलाओं की भागीदारी सभी क्षेत्रों में उल्लेखनीय रूप से बढ़ रही है। लड़कियों को बचपन से खाना बनाना और घर के अन्य काम सिखाए जाते हैं। आज के युग में महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। उनका कहना है कि पैसे कमाने के लिए जरूरी नहीं कि आप सरकारी नौकरी में हों, आप अपनी रुचि व इच्छा के अनुसार अपना निजी व्यवसाय शुरू कर सकती हैं।

योजनाबद्ध तरीके से करना पड़ता है काम

किरण ठाकुर का कहना है कि अगर महिलाओं को घर से बाहर नौकरी करनी हो तो उन्हें अपने पारिवारिक जीवन से कई तरह के समझौते करने पड़ते हैं। घर में बुजुर्गों की देखभाल, परिवार का पालन-पोषण, बच्चों की देखभाल व रिश्तेदारी देखना आदि जिम्मेदारियों को निभाने के बाद नौकरी करना काफी कठिन है। इसके लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करना पड़ता है और इसके लिए परिवार से पूर्ण सहयोग की अपेक्षा रहती है।

आत्मनिर्भर बन रही नारी शक्ति

मीना ठाकुर ने कहा कि  बच्चों को शिक्षा और संस्कार देने में महिलाओं की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती हैं। आज के जमाने में महिलाओं ने घर की चारदीवारी से बाहर निकलकर कार्य करना शुरू किया हैं, जिससे वह आत्मनिर्भर बन रही हैं।

जिम्मेदारी निभा रही हूं

शकुंतला ठाकुर का कहना है कि नौकरी पेशा महिलाओं को नौकरी और परिवार चलाने में कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता हैं, लेकिन आज नौकरी पेशा महिलाएं अपनी दोनों भूमिकाओं को बखूबी निभा रही हैं।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App