प्रसूति से 45-60 दिन  पहले सुखा दें पशु का दूध

By: Mar 22nd, 2018 12:02 am

मेरी गाय ने पिछली प्रसूति में 14-15 लीटर दूध दिया था। इस बार जब वह गाभिन थी तो बड़ी मुश्किल से प्रसूति से 15-20 दिन पहले उसे सुखाया। अब प्रसूति के बाद वह केवल 3-4 लीटर दूध दे रही है। क्या करें?

अशोक मिश्रा, पठियार

मैं पहले भी पशु हेल्पलाइन में लिख चुका हूं कि प्रसूति से 45-60 दिन पहले पशु का दूध अवश्य सुखा लें। अगर आप उसे नहीं सुखाते हैं, तो वह अगले ब्यात में कम दूध देता है। यही आपके साथ हुआ है। अभी आप उसे पेट के कीड़ों की दवाई दें।

– पशु आहार सुबह व शाम को खिलाएं।

– खनिज मिश्रण 50 ग्राम प्रतिदिन खिलाएं।

– पाउडर गैलोग 50 ग्राम प्रतिदिन एक महीना खिलाएं।

– पशु का दूध दुहने से पहले 10-15 मिनट गर्म पानी में नमक डालकर ऊहल को सेक करें।

इससे आपके पशु का दूध अवश्य बढ़ेगा, परंतु आपका पशु उतना दूध नहीं दे पाएगा, जितना वह पिछली ब्यात में देता था।

आगे से जब भी आपका पशु गाभिन हो तो उसका दूध सुखाने की प्रक्रिया के बारे में अपने पशु चिकित्सा अधिकारी से विस्तृत जानकारी/परामर्श अवश्य लें। पशु का दूध प्रसूति से 45-60 दिन पहले सुखाने के निम्नलिखित फायदे हैं-

– पशु के ऊहल व थनों को आराम मिलता है।

– उसके ऊहल में दुग्ध उत्पादन करने वाले एल्वियोली ज्यादा से ज्यादा बनते हैं, जिसकी वजह से वह प्रसूति के बाद ज्यादा दूध देता है।

– जो तत्त्व दूध में निकलते हैं, वे बच्चे को

लगते हैं।

– जो खनिज तत्त्व दूध द्वारा निकलकर पशु के शरीर में कम हो जाते हैं, उनकी पूर्ति हो जाती है।

– प्रसूति से पहले पशु के शरीर में रिजर्व बनता है, जिससे पशु प्रसूति के बाद नेगेटिव एनर्जी बैलेंस में नहीं जाता है।

मेरी भैंस को कृत्रिम गर्भाधान करवाए दो महीने हो गए हैं। उसकी जांच कब करवाएं?

अमर, सुंदरनगर

देखिए पशु के कृत्रिम/प्राकृतिक गर्भाधान के अढ़ाई-तीन महीने के बाद उसकी जांच अवश्य करवाएं। इससे पता लगेगा कि आपका पशु गाभिन है कि नहीं।

यदि गाभिन हो तो आप अपने पशु चिकित्सा अधिकारी से मिलकर उसकी खान-पान सेवा के बारे में विस्तृत जानकारी अवश्य लें। अगर आपका पशु गाभिन नहीं निकलता है तो पशु चिकित्सा अधिकारी उसका इलाज शुरू कर देगा कि आपके पशु ने तीन महीने से गरमाने के लक्षण क्यों नहीं दिए।

अगर आपका पशु अढ़ाई-तीन महीने की जांच में गाभिन निकलता है तो साढ़े सात-आठ महीने में उसकी जांच दोबारा करवाए, जिससे यह पता चलेगा कि आपके पशु के अंदर पल रहे बच्चे का विकास ठीक चल रहा है।

डा. मुकुल कायस्थ वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी, उपमंडलीय पशु चिकित्सालय पद्धर(मंडी)

फोनः 94181-61948

नोट : हेल्पलाइन में दिए गए उत्तर मात्र सलाह हैं।

Email: mukul_kaistha@yahoo.co.in


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