रेनबो वर्ल्ड स्कूल, भवारना (कांगड़ा)

By: Mar 14th, 2018 12:07 am

हिमाचल के श्रेष्ठ स्कूल-22

परिश्रम ही जिनकी साधना, उद्यम ही है आराधना ।

क्षितिज को छूने की, बना ली है उन्होंने धारणा ॥

धौलाधार की पर्वत शृंखलाओं के आंचल में  स्थित  भवारना कस्वे में रेनबो ग्रुप ऑफ स्कूल के संस्थापक एवं संचालक शिक्षाविद डा. जेआर कश्यप ने अपने संघर्षमय लंबे अनुभव व दूरदर्शिता  का परिचय देते हुए इस क्षेत्र के लोगों के विनम्र  अनुरोध पर वर्ष 2015 में  केवल मात्र 349 विद्यार्थियों के साथ रेनबो वर्ल्ड स्कूल की स्थापना की। यह संख्या 2016 में बढ़कर 525 हुई  और वर्तमान में 644 विद्यार्थी इस प्रतिष्ठित संस्था में अध्ययनरत हैं ।

जीवन भर चल अग्नि पथ पर, पहुंचे आज शिखर पर।

जीवन के हर दुःख को झेला, जिन्होंने कर्मठ बनकर ॥

वास्तव में उपरोक्त पंक्तियां डा.जेआर कश्यप के जीवन के अलंकरण हैं। पिछले लगभग 40 वर्षों में इन्होंने न केवल प्रदेश में बल्कि देश की राजधानी दिल्ली में भी कई प्रसिद्ध शिक्षा संस्थान खोले। उनका अपना लक्ष्य है कि बच्चे न केवल विषय ज्ञान प्राप्त करें, अपितु संस्कारों से भी परिपूर्ण हों। उनके अनुसार हमारे बच्चे स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद आत्म विश्वास से इस कद्र परिपूर्ण हो जाएं कि वे अपने भविष्य की दिशा खुद तय करें । डा.जेआर कश्यप के कुशल नेतृत्व व कार्यरत अध्यापकों के अथक प्रयासों  से यह स्कूल समय के साथ शिखर को इस कद्र  छूता चला गया कि वर्तमान में वार्षिक शैक्षणिक व सहशैक्षणिक  गुणवत्ता की कसौटियों पर खरा उतरते हुए आज यह इस क्षेत्र का सर्वोत्तम शिक्षण संस्थान बन चुका है  और यही कारण  है कि इस पाठशाला को सीबीएसई  द्वारा भी मान्यता प्राप्त हो चुकी है। वर्तमान विद्यालय का भवन अति आधुनिक तकनीक से बनाया  गया है  और भविष्य के लिए भी यह भवन निर्माणाधीन  है। प्रत्येक कक्षा कक्ष खुला हवादार व रोशनीयुक्त और प्रत्येक कक्ष में स्मार्ट बोर्ड की भी सुविधा है, ताकि बच्चे को विषय वस्तु रोचक तरीके से समझाई जा सके । इस पाठशाला में कम्प्यूटर शिक्षा हेतु एक प्रयोगशाला भी है, जिसमें 30 कम्प्यूटर हैं। इस संस्था में अध्यापक व विद्यार्थी अनुपात 1ः25 है। सभी कुशल व प्रशिक्षित अध्यापक हैं। वर्तमान में पाठशाला में अच्छी तरह से सुसज्जित एक प्रयोगशाला भी है । समय-समय पर विज्ञान प्रदर्शनियां, ओलंपियाड, क्विज आदि की विभिन्न प्रतियोगिताएं करवाई जाती हैं। इस स्कूल के विद्यार्थियों ने राज्य स्तरीय क्विज प्रतियोगिता में  प्रथम स्थान प्राप्त कर संस्था व अभिभावकों को गौरवान्वित किया है। इस पाठशाला में लगभग 4000 पुस्तकों से सुसज्जित एक पुस्तकालय भी है, जिसमें बच्चे समय- समय पर जाकर अपना ज्ञान अर्जित करते हैं। यह संस्थान इसलिए भी लोकप्रिय है क्योंकि यहां पर विद्यार्थी और अध्यापक केवल मात्र अंग्रेजी में ही वार्तालाप करते हैं। इस पाठशाला में अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंज प्रोग्राम के अंतर्गत विश्व की सबसे प्रचलित जर्मन भाषा को भी प्रशिक्षित जर्मन अध्यापकों  द्वारा पढ़ाया जाता है। केवल इतना ही नहीं, आगामी सत्र में इस पाठशाला में अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम के अंतर्गत  ब्रिटिश काउंसिलिंग द्वारा संचालित गतिविधियों का भी आयोजन किया जाएगा, जिसके लिए पाठशाला का पंजीकरण हो चुका है। अभी हाल ही में इस पाठशाला में  जर्मन शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों ने दिल्ली स्थित ग्योथे जर्मन संस्था का भ्रमण कर वहां पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय कंसर्ट में भाग लेकर इस विद्यालय का नाम रोशन किया। खेलों में भी इस विद्यालय का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है। इस विद्यालय के चार विद्यार्थियों ने कबड्डी में जिला स्तर पर व एक विद्यार्थी ने राज्य स्तरीय खेलों में भाग लिया है। जिम्नास्टिक में इस पाठशाला के बच्चे कुशल प्रशिक्षक के नेतृत्व में बहुत सराहनीय प्रदर्शन कर रहे हैं। इस विद्यालय के एक विद्यार्थी  को बेस्ट जिम्नास्ट से नवाजा गया है। बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए इस पाठशाला में एनसीसी व स्काउट एंड गाइड  की इकाइयों को भी आरंभ किया गया है। इस पाठशाला में झूलों और विभिन्न प्रकार के खिलौनों से सुसज्जित एक सुंदर चिल्ड्रन पार्क भी है। समय-समय पर  अभिभावकों के साथ समन्वय स्थापित कर हर बच्चे  की  सुरक्षा और बचाव को सुनिश्चित किया जाता है।

-संजय सैणी, भवारना


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