शुद्धता पर आशंका से घटी हीरे की मांग

By: Mar 17th, 2018 12:04 am

कोलकाता— शुद्धता को लेकर खरीददारों की आशंका के कारण गत दो माह में हीरे की मांग 10 से 15 प्रतिशत घट गई है। पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में हीरा व्यवसायी और सेलिब्रेटी ज्वेलरी डिजाइनर नीरव मोदी का नाम आने से हीरे जडि़त जेवरातों की शुद्धता में खरीददारों का भरोसा घट गया है। उद्योग संगठन एसोचैम के सर्वेक्षण के मुताबिक, इसका सबसे अधिक असर असंगठित क्षेत्र के सर्राफा कारोबारियों पर पड़ा है। ब्रांडेड जेवरात बनाने वाले कारोबारी शुद्धता का सर्टिफिकेट जारी करते हैं, लेकिन ऐसे शोरूम अधिकतर बड़े शहरों में हैं, जबकि सबसे अधिक खरीदारी छोटे शहरों में होती है। छोटे शहरों में खरीदारी ब्रांडेड जेवरातों की नहीं, बल्कि असंगठित बाजार से होती है। ऐसी खरीददारी सर्राफा कारोबारी और खरीददार के आपसी भरोसे से चलती है। नीरव मोदी के मामले से लोगों का भरोसा इस क्षेत्र से उठ गया है। सर्वेक्षण से यह खुलासा हुआ है कि असंगठित बाजार के 65 प्रतिशत सर्राफा कारोबारी हीरे के जेवरातों की बजाय पारंपरिक सोने और चांदी के जेवरातों की ओर रुख कर रहे हैं, क्योंकि लोगों का भरोसा हीरे की शुद्धता में काफी कम हो गया है। अधिकतर सर्राफा कारोबारियों का कहना है कि पहले खरीदे गए जेवरातों की गुणवत्ता और सोने तथा हीरे की शुद्धता की जांच कराने वाले ग्राहकों की संख्या में अपेक्षाकृत बढ़ोतरी हुई है। कारोबारियों का कहना है कि ग्राहक अभी खरीदारी से ही कतराने लगे हैं, जिससे सोने की मांग भी कम हो गई है। दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, अहमदाबाद, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता, बंगलूर, चंडीगढ़ और देहरादून के 350 सर्राफा कारोबारियों को इस सर्वेक्षण में शामिल किया गया। एसोचैम ने साथ ही मंबई, दिल्ली-एनसीआर, अहमदाबाद, बंगलूर और चेन्नई में 500 कामकाजी और गैरकामकाजी महिलाओं से भी उनकी राय जानी। इस सर्वेक्षण के मुताबिक, सर्राफा कारोबारी अब सोने के जेवरात अधिक बना रहे हैं तथा नई डिजाइनों में अधिक निवेश कर रहे हैं, जिससे पता चलता है कि ग्राहक अब सर्तकता बरत रहे हैं और शुद्धता को लेकर खरीदारी से कोताही बरत रहे हैं। एसोचैम का कहना है कि पीएनबी घोटाले में नीरव मोदी की संलिप्तता ने ग्राहकों का भरोसा सर्राफा कारोबार में कम कर दिया है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App