अब मनरेगा बचाएगी जंगल

By: Apr 18th, 2018 12:20 am

वन विभाग मजदूरों को देगा चीड़ की पत्तियां इकट्ठी करने की जिम्मेदारी

 ऊना—प्रदेश के मनरेगा मजदूर अब जल्द ही जंगलों में कार्य करते नजर आएंगे। मनरेगा मजदूरों को वन विभाग द्वारा जंगलों में चीड़ की पत्तियां एकत्रित करने की जिम्मेदारी दी जाएगी। अधिकतर फायर सीजन के दौरान ही मनरेगा मजदूरों को चीड़ की पत्तियां एकत्रित करने का कार्य मिलेगा। इसके लिए वन विभाग की ओर से एक प्रोपोजल स्वीकृति के लिए उच्च अधिकारियों को भेजा है। इस प्रोपोजल पर कैबिनेट स्तर पर भी चर्चा होगी। सरकार की अनुमति मिलने के बाद ही यह प्रपोजल सिरे चढ़ पाएगा। यदि वन विभाग के इस प्रस्ताव को उच्च अधिकारियों और सरकार की अनुमति मिलती है, तो जल्द ही जंगलों में चीड़ की पत्तियां एकत्रित करने की जिम्मेदारी मनरेगा मजदूरों के पास होगी। इस प्रोपोजल के तहत एक ओर जहां मनरेगा मजदूरों को अतिरिक्त कार्य मिलेगा, वहीं दूसरी ओर वन विभाग की समस्या का भी काफी हद तक समाधान होगा। प्रदेश में करीब साढ़े 12 लाख मनरेगा जॉब कार्डधारक हैं। करीब 22 लाख मनरेगा मजदूर हैं। इनमें से करीब सात लाख मनरेगा मजदूर ही एक्टिव जॉब कार्ड हैं। करीब नौ लाख एक्टिव मनरेगा मजदूर हैं। हालांकि वन विभाग की ओर से आग की घटनाओं में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए भी प्रयास किए गए हैं। इसके लिए स्पेशल अभियान भी चलाया गया है, लेकिन जंगलों में आग लगने के अधिकतर कारण चीड़ की पत्तियां ही मानी जाती हैं। गलती से यदि कोई व्यक्ति बीड़ी, सिगरेट चीड़ की पत्तियों के  नजदीक फेंक देता है, तो देखते ही देखते इन चीड़ की पत्तियों को आग लग जाती है, जो कि कुछ ही समय में विकराल रूप धारण कर लेती है, लेकिन यदि फायर सीजन से पहले ही जंगलों में चीड़ की पत्तियां एकत्रित कर ली जाएं, तो आग की घटनाएं कम की जा सकती हैं। साथ ही इसका नुकसान भी कम होगा। इसके लिए वन विभाग की ओर से अब मनरेगा मजदूरों को यह कार्य सौंपने की तैयारी की गई है।

जीवनसंगी की तलाश हैतो आज ही भारत  मैट्रिमोनी पर रजिस्टर करें– निःशुल्क  रजिस्ट्रेशन करे!

 


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App