जिरह के जादूगर ‘ हरीश साल्वे ’

By: Apr 18th, 2018 12:08 am

वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे की तब खूब चर्चा हुई थी, जब इन्होंने एक रुपए फीस लेकर कुलभूषण जाधव मामले में अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में भारत का पक्ष रखा। कुलभूषण की फांसी की सजा पर रोक लगाने में हरीश साल्वे की मुख्य भूमिका रही है…


हरीश
साल्वे भारत के प्रसिद्ध वकील हैं। वह भारत ही नहीं, बल्कि विश्व के सबसे महंगे वकीलों में से एक हैं। वह 1999 से 2002 के बीच भारत के सॉलिसीटर जनरल के रूप में भी काम कर चुके हैं। 1980 से 1986 के बीच उन्होंने पूर्व अटार्नी जनरल सोली सोहराब जी के साथ भी काम किया है। वह देश के सबसे सफलतम वकीलों में गिने जाते हैं। हरीश साल्वे का जन्म 22 जून, 1955 को नागपुर में एक मराठी परिवार में हुआ। नागपुर विश्वविद्यालय से ही कॉमर्स में ग्रेजुएट होने के बाद साल्वे ने सीए (चार्टर्ड अकाउंटेंट) की पढ़ाई शुरू की। नागपुर विश्वविद्यालय की स्थापना 4 अगस्त, 1923 को हुई। सीए बनने के बाद वह कराधान विशेषज्ञ बने। उन्होंने अपने कानूनी करियर की शुरुआत 1980 में की थी। साल्वे कई बड़े-बड़े केस लड़ चुके हैं। अंबानी बंधुओं के बीच कृष्णा गोदावरी गैस बेसिन केस में हरीश साल्वे ने मुकेश अंबानी की ओर से केस लड़ा था।

वकालत के अलावा हरीश साल्वे को संगीत और पियानो बजाने का भी शौक है। वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे की तब खूब चर्चा हुई थी, जब इन्होंने एक रुपए फीस लेकर कुलभूषण जाधव मामले में अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में भारत का पक्ष रखा। कुलभूषण की फांसी की सजा पर रोक लगाने में हरीश साल्वे की मुख्य भूमिका रही है। गौरतलब है कि हरीश साल्वे लंबे समय तक केंद्र में कांग्रेस की सरकारों में मंत्री रहे। एनकेपी साल्वे के बेटे हैं। 42 साल के अपने करियर में वह कई कारपोरेट घरानों का पक्ष कोर्ट में रख चुके हैं। ‘लीगली इंडिया डॉट कॉम’ के मुताबिक, 2015 में साल्वे कोर्ट में एक सुनवाई के लिए 6 से 15 लाख रुपए लेते थे। हरीश साल्वे की ख्वाहिश है कि वह ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में अध्यापन का कार्य करें।

जीवनसंगी की तलाश हैतो आज ही भारत  मैट्रिमोनी पर रजिस्टर करें– निःशुल्क  रजिस्ट्रेशन करे!


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App