पंजाब-हरियाणा के पानी पर हिमाचल का दावा

By: Apr 19th, 2018 12:05 am

पड़ोसी राज्यों में चल रहे जल विवाद के बीच प्रदेश सरकार ने जताया हक, मांगेंगे रायल्टी

चंडीगढ़  — पंजाब और हरियाणा के बीच चल रहे जल विवाद के बीच अब हिमाचल ने भी अपनी दावेदारी जताई है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बुधवार को बताया कि उनकी सरकार पंजाब और हरियाणा से पानी की रायल्टी मांगेगी। हिमाचल के नए रुख से अब तीनों राज्यों के बीच जल विवाद गरमाने की संभावना है। मुख्यमंत्री का कहना था कि राज्य पुनर्गठन अधिनियम 1966 के तहत हिमाचल की 7.19 प्रतिशत हिस्सेदारी के अनुपात में चंडीगढ़ प्रशासन में अधिकारियों व कर्मचारियों की डेपुटेशन पर नियुक्ति का मामला केंद्र सरकार से उठाएंगे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार टकराव की नीति नहीं अपनाएगी, पर सुप्रीम कोर्ट के अवार्ड तथा कानून अपना हिस्सा लेने के हर संभव प्रयास किए जाएंगे। चंडीगढ़ प्रेस क्लब में मीट दि प्रेस कार्यक्रम में जयराम ठाकु ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार बीबीएमबी प्रोजेक्टों में राज्य के बिजली शेयर का बकाया पंजाब व हरियाणा से कानूनी रूप से रिकवरी सुनिश्चित की जा रही है। हरियाणा के मुख्यमंत्री से इस मसले पर वार्ता हो चुकी है तथा शीघ्र ही पंजाब के मुख्यमंत्री के साथ भी मसले को उठाया जाएगा। चुनाव प्रचार के दौरान वीरभद्र सिंह पर लगाए गए आरोपों व भाजपा द्वारा जारी चार्जशीट पर श्री ठाकुर ने कहा कि उनके विरुद्ध पहले से ही गंभीर आरोपों के चलते कोर्ट में मामले चल रहे थे, इसलिए चुनाव पूर्व आरोपी नेता के मुख्यमंत्री के पद पर बने रहने की तर्कसंगता पर प्रश्न उठते थे। कुछ विभागों में गड़बड़ पाई गई है, जिनकी विभागीय जांच करवाई जा रही है।

जयराम बोले, शाह ने दिए थे डिप्टी सीएम बनाने के संकेत

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बुधवार को कहा कि राज्य विधानसभा चुनावों के समय प्रेम कुमार धूमल को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के समय राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें संभावित सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाने के संकेत दिये थे। जयराम ठाकुर ने चंडीगढ़ प्रेस क्लब में मीट दि प्रेस कार्यक्रम में एक सवाल पर यह खुलासा किया। उन्होंने कहा कि अमित शाह ने श्री धूमल को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के एक दिन बाद ही मंडी में उनके निर्वाचन क्षेत्र में आकर कहा था कि ‘जयराम चार बार विधायक रह चुके हैं। मंत्री और प्रदेशाध्यक्ष सहित अनेक जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं। ऐसे में वह पांचवीं बार जीत कर प्रदेश में सबसे बड़े नेता बनने वाले हैं। उन्होंने उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाने के एक तरह से संकेत दिए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की हार हैरान करने वाली थी। बावजूद इसके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष और अन्य वरिष्ठ नेताओं को उन्हें मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी देने का फैसला लेने में कोई दिक्कत नहीं हुई।

जीवनसंगी की तलाश हैतो आज ही भारत  मैट्रिमोनी पर रजिस्टर करें– निःशुल्क  रजिस्ट्रेशन करे!


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App