परमिट नहीं लिया तो लाइसेंस रद्द
सोलन – जिला प्रशासन ने स्कूल टैक्सी चालकों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। आरटीओ सोलन ने 67 ऐसे निजी टैक्सी चालकों को चेतावनी दी है कि यदि एक माह में टैक्सी परमिट नहीं लिया गया तो लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा। विभाग द्वारा की गई इस कार्रवाही के बाद टैक्सी चालकों में हड़कंप मच गया है। इसके अलावा एक दर्जन निजी स्कूलों की बसों पर भी विभाग द्वारा कार्रवाही की जा रही है। जानकारी के अनुसार निजी विद्यालय से बच्चों को ले जाने का कार्य शहर में ऐसे टैक्सी चालक कर रहे हैं जिनके पास न तो लाइसेंस है और न ही इन टैक्सियों में सुरक्षा के उचित इंतजाम हैं। बताया यह भी जा रहा है कि कई ऐसी टैक्सियां भी हैं जो तीन से चार लाख किलोमीटर तक चल चुकी हैं तथा कई वर्षों से पासिंग तक नहीं हुई हैं। ऐसे में इन टैक्सियों में सफर करने वाले बच्चे हमेशा खतरे में रहते हैं। अभिभावकों को अपने बच्चों की जान का खतरा बना रहता है। अधिकतर ऐसी टैक्सियां बच्चों को ले जाने का कार्य कर रही हैं, जिनके पास सरकार द्वारा जारी किया जाने वाला परमिट ही नहीं है। निजी गाडि़यों को स्थानीय लोगों द्वारा टैक्सी के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। आरटीओ सोलन द्वारा बीते एक सप्ताह से टैक्सी चालकों पर शिकंजा कसा जा रहा है। इस दौरान कई हैरान कर देने वाले तथ्य सामने आए हैं। जांच में पाया गया है कि शहर में 67 ऐसे निजी वाहन हैं जिनके पास परमिट ही नहीं है। यह टैक्सी चालक नियमों को ताक पर रख कर छात्रों को ले जाने का कार्य कर रहे हैं। आरटीओ सोलन द्वारा करीब तीस निजी स्कूल बसों की जांच की गई। इस दौरान पाया गया है कि आठ निजी स्कूलों की बसों में सुरक्षा के उचित इंतजाम नहीं हैं। आग जैसी घटनाओं से निपटने के लिए बसों में फायर एक्सटींग्शर तक नहीं लगे हैं। ऐसे में छोटी सी घटना किसी बड़े हादसे को निमंत्रण दे सकती है। निजी स्कूल की बसें भी ओवरलोड होकर सड़कों से गुजरती हैं। बसों में छात्रों को ठूंस-ठूंस कर भरा जा रहा है। आरटीओ सोलन नरेंद्र चौहान का कहना है कि निजी टैक्सी चालकों को चेतावनी दी गई है कि वह एक माह के अंदर परमिट लें अन्यथा लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों के बस चालकों पर भी इन दिनों शिकंजा कसा जा रहा है।
निजी टैक्सियां न चलने से दिक्कत
गुरुवार को शहर में निजी टैक्सियां न चलने की वजह से छात्रों को काफी अधिक परेशानियों का सामना करना पड ़रहा है। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में छात्र सड़क के किनारे खड़े होकर टैक्सी के आने का इंतजार करते रहे। दर्जनों छात्र टैक्सी न आने की वजह से स्कूल ही नहीं जा पाए। विशेष रूप से सोलन शहर के साथ लगते क्षेत्रों से स्कूलों में आने वाले छात्रों को सबसे अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।
जीवनसंगी की तलाश है? तो आज ही भारत मैट्रिमोनी पर रजिस्टर करें– निःशुल्क रजिस्ट्रेशन करे!
Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also, Download our Android App