प्रकृति से प्यार भी, रोजगार भी

By: Apr 25th, 2018 12:07 am

डा. पवन कुमार महाजन

डीन ऑफ फोरेस्ट्री, डा. वाईएस परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विवि, नौणी, सोलन फोरेस्ट्री में  करियर से संबंधित विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने डा. पवन कुमार महाजन से बातचीत की। प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश…

फोरेस्ट्री में रोजगार की संभावनाएं ?

फोरेस्ट्री में (स्नातक वानिकी) की उपाधि के उपरांत उम्मीदवार भारतीय वन सेवाएं राज्य वन सेवा (असिस्टेंट कंजरवेटर ऑफ फोरेस्ट) वन परिक्षेत्राधिकारी (रेंज फोरेस्ट आफिसर) विभिन्न बैंकों जैसे नाबार्ड इत्यादि में रोजगार प्राप्त कर सकता है । इसके अलावा कृषि-वानिकी आधारित विभिन्न उद्योगों में भी रोजगार की अपार संभावनाएं हैं ।

वानिकी में करियर के लिए शैक्षणिक योग्यता क्या है?

स्नातक डिग्री में प्रवेश के लिए उम्मीदवार के 10 जमा 2 कक्षा में विज्ञान विषय में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक चाहिए। वानिकी स्नातकोत्तर (एमएससी) के डिग्री कार्यक्रम के लिए संबंधित विषय में स्नातक होना जरूरी है। डा. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी, सोलन स्नातक स्तर पर बीएसस (फोरेस्ट्री) की डिग्री प्रदान करता है । स्नातकोत्तर स्तर पर एमएससी व पीएचडी (फोरेस्ट्री) की डिग्रियां प्रदान की जाती हैं ।

इससे जुड़े पाठ्यक्रम किन- किन संस्थानों में चलते हैं?

वानिकी से संबंधित पाठ्यक्रम लगभग सभी कृषि विश्वविद्यालयों द्वारा संचालित किए जाते हैं। हिमाचल प्रदेश में वानिकी पाठ्यक्रम मात्र डा. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी व वानिकी विश्वविद्यालय द्वारा संचालित किया जाता है। भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद, देहरादून द्वारा वानिकी महाविद्यालय, नौणी को हाल ही में सर्वोत्तम (ए-प्लस) श्रेणी में मान्यता प्रदान की गई है।

इस क्षेत्र में आरंभिक आय कितनी होती है?

इस क्षेत्र में आरंभिक आय उम्मीदवार की शैक्षणिक योग्यता एवं अनुभव पर निर्भर करती है। स्नातक स्तर वाला उम्मीदवार प्रारंभिक तौर पर लगभग 25,000 रुपए प्रति माह औरस्नातकोत्तर उम्मीदवार प्रारंभिक तौर पर 40,000 रु प्रतिमाह प्राप्त कर सकता है।

हिमाचल के संदर्भ में फोरेस्ट्री का क्या स्कोप है?

हिमाचल में वानिकी स्नातक . एसीएफ असिस्टेंट कंजरवेटर ऑफ फोरेस्ट, वन परिक्षेत्राधिकारी (रेंज फोरेस्ट आफिसर, भारतीय वन सेवाएं राज्य वन सेवाएं एवं विभिन्न बैंकों जैसे नाबार्ड इत्यादि में रोजगार प्राप्त कर सकता है । इसके अलावा स्नातकोत्तर की विशेषज्ञ डिग्री (पीएचडी) के उपरांत अनुसंधान एवं शिक्षा के क्षेत्र में भी रोजगार के अवसर प्राप्त कर सकता है।

युवाओं के लिए इस फील्ड में क्या चुनौतियां हैं ?

इस विषय को अपना कार्यक्षेत्र चुनने के लिए प्रतियोगी की पौधों के साथ- साथ वानिकी क्षेत्र में गहन रुचि होनी चाहिए ।

कोई प्रेरणा संदेश दें ?

भारतीय वन नीति के अंतर्गत पहाड़ी क्षेत्रों में 60 प्रतिशत व मैदानी क्षेत्रों में 33 प्रतिशत क्षेत्र वनों के तहत होना चाहिए । इसके अनुरूप फोरेस्ट्री में अपना करियर बनाने का अच्छा अवसर है ।

  • मोहिनी सूद, नौणी

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