रेगिस्तान में दुश्मन ढेर

By: Apr 16th, 2018 12:06 am

भारतीय वायुसेना का थलसेना की छाताधारी ब्रिगेड संग अभ्यास

1100  विमान दिन-रात चलने वाले इस अभ्यास में अपने रण कौशल का प्रदर्शन कर रहे हैं। ये विमान अभ्यास के दौरान युद्ध की वास्तविक स्थिति में दिन-रात लगभग पूरे देश की हवाई सीमा तथा समुद्री क्षेत्र के ऊपर तीन से चार हजार उड़ान भरेंगे। अभ्यास में वायुसेना के 3000 अफसर और 15000 वायु सैनिक हिस्सा लेंगे, जो लंबे समय से इसकी तैयारियों में जुटे हैं…

नई दिल्ली – पाकिस्तान और चीन की सीमाओं से लगते क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों से सभी तरह के रणक्षेत्रों में अपनी तैयारियों को परखने के लिए अभ्यास में जुटी वायुसेना ने थलसेना की छाताधारी ब्रिगेड के साथ मिलकर दुश्मन को अपने रणकौशल से रेगिस्तानी रणक्षेत्र में घेरकर चारों खाने चित करने के अभियान को अंजाम दिया है। वायुसेना 11 अप्रैल से ‘गगन शक्ति 2018’ अभ्यास में लगी है, जिसमें पहली बार उसने थल सेना तथा नौसेना को भी शामिल किया है। लगभग दो सप्ताह तक चलने वाले इस महाअभ्यास में वायु सेना ने एक संयुक्त अभियान में सेना के छाताधारी कमांडो को हवाई मार्ग से सीधे रेगिस्तानी रणक्षेत्र में उतारा। अभियान में वायु सेना के 6सी-130 हरक्युलिस तथा 7ए एन-32 विमानों ने 560 कमांडो, बख्तरबंद हथियारों और जीपीएस निर्देशित कार्गो प्लेटफार्म को दुश्मन की नजर से बचते हुए लड़ाई के मैदान पर उतारा। इन विमानों ने वायसेना के अलग-अलग ठिकानों से उड़ान भरी। इस दौरान अत्याधुनिक रडारों से लैस अवाक्स प्रणाली से हवाई क्षेत्र की निगरानी की गई और एक लड़ाकू विमान सुखोई -30 ने इन्हें कवर प्रदान किया। हवाई मार्गों से चलाए जाने वाले अभियानों में कमांडों, उपकरणों और रसद को सीधे रणक्षेत्र में उतारा जाता है। वायु सेना के अनुसार अभ्यास में सेना ने अपनी बहुआयामी क्षमता का परिचय देते हुए दुश्मन को घेरकर अपने मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।

सभी इलाकों में तैयारी

अभ्यास के दौरान सभी तरह के क्षेत्रों रेगिस्तान, अत्यधिक ऊंचाई वाले पर्वतीय इलाकों और समुद्री क्षेत्र में लड़ाई की स्थिति में वायु सेना अपनी तैयारियों को पुख्ता कर रही है। इसका उद्देश्य किसी भी आकस्मिक स्थिति के लिए ‘शॉर्ट नोटिस’ पर तैयार रहने का अभ्यास करना है।

हजारों फुट की ऊंचाई से कूदे जवान…

गाजियाबाद — भारतीय वायुसेना के जवानों ने हजारों फुट की ऊंचाई से छलांग लगाकर दिखा दिया है कि देश प्रेम के जज्बे के सामने डर की कोई जगह नहीं होती। हिंडन एयरफोर्स स्टेशन से गगन शक्ति अभ्यास के तहत जवानों ने हवा से कूदने का अभ्यास किया, जो कोई आसान काम नहीं है। अभ्यास के तहत जवानों से हजारों फुट ऊपर से छलांग लगाई। सुरक्षित लैंडिंग के लिए जवानों ने पैराशूट का इस्तेमाल किया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है हथियारों से लैस जवान बारी-बारी से जमीन पर छलांग लगा रहे हैं। हवा में पहुंचते ही जवानों ने अपने पैराशूट खोले और जमीन पर लैंड हो गए। इससे पहले भारतीय वायुसेना ने अपनी ताकत दिखाते हुए हवा में ईंधन भरे जाने का प्रदर्शन किया था। इसमें उड़ान भरते एक लड़ाकू विमान में अन्य विमान द्वारा ईधन भरा जा रहा था।

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