हंगामे के बीच सुनील चुने प्रधान
बिलासपुर —दोफाड़ हुए बिलासपुर व्यापार मंडल के चुनाव की प्रक्रिया आखिरकार हंगामापूर्ण माहौल में ही पूरी की गई। इसके तहत एक बार फिर व्यापार मंडल के प्रधान पद पर सुनील गुप्ता को चुन लिया गया। सरदारी के लिए कुल नौ दावेदारों ने नामांकन दाखिल किया, जिसमें से चार आवेदकों ने नाम वापस ले लिए, जबकि दो के आवेदन फार्म रद्द हो गए। ऐसे में निवर्तमान प्रधान सुनील गुप्ता और स्वतंत्र सांख्यान के बीच ही सरदारी को लेकर मुकाबला हुआ। हालांकि सर्वसहमति बनाने के लिए हर स्तर पर प्रयास हुए, लेकिन सहमति न बनने पर वोटिंग की प्रक्रिया को अपनाया गया, जिसमें सुनील गुप्ता मुकाबले को एकतरफा बनाते हुए सर्वाधिक मत प्राप्त कर रिकार्ड मतों से विजय हासिल कर सरदार बन गए। इससे पहले नाम वापस लिए बगैर ही दूसरे उम्मीदवार स्वतंत्र सांख्यान अपने समर्थकों के साथ वाकआउट कर गए थे। रविवार को यहां शहर के पूर्णम मॉल में व्यापार मंडल बिलासपुर के चुनाव की प्रक्रिया हंगामापूर्ण माहौल में शुरू हुई। इसके तहत प्रधान पद के लिए नौ उम्मीदवारों ने आवेदन किया, जिनमें निवर्तमान प्रधान सुनील गुप्ता के साथ ही स्वतंत्र सांख्यान, कमलेंद्र कश्यप, राजपाल सांख्यान, नरेंद्र पंडित, तरुण टाडू, जगदीश कटोच, हुसैन अली और तरुण सोनी शुमार रहे। यह प्रक्रिया चुनाव पर्यवेक्षक शान अली, कुलदीप चंदेल, नरेश खन्ना और राजकुमार की देखरेख में आयोजित की गई। आवेदन के लिए बारह बजे तक समय दिया गया था, जबकि नाम वापस लेने के लिए पहले दोपहर एक बजे तक का समय दिया गया, आधा घंटे का और समय दिया। इस बीच पांच उम्मीदवारों कमलेंद्र कश्यप, राजपाल सांख्यान, तरुण टाडू, जगदीश कटोच, हुसैन अली ने अपने-अपने नाम वापस ले लिए, जबकि दो उम्मीदवारों नरेंद्र पंडित और तरुण सोनी के आवेदन फार्म रद्द हो गए। इसके तहत सिर्फ दो ही उम्मीदवार निवर्तमान प्रधान सुनील गुप्ता और स्वतंत्र सांख्यान ही मैदान में रहे। हालांकि कुछ व्यापारियों के आग्रह पर किसी एक पर सहमति बनाने के लिए पंद्रह मिनट का समय और दिया गया, लेकिन काफी जद्दोजहद के बावजूद किसी एक पर सहमति न बनने के चलते चुनाव की प्रक्रिया को अपनाना पड़ा। यहां बता दें कि व्यापार मंडल के 520 पंजीकृत सदस्य हैं, लेकिन वोटिंग की प्रक्रिया में केवल 278 ने ही भाग लिया और 242 व्यापारियों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस प्रक्रिया के बीच ही दूसरे उम्मीदवार स्वतंत्र सांख्यान अपने समर्थकों के साथ वाकआउट कर चले गए। हालांकि उन्होंने अपना नाम वापस नहीं लिया, जिसके चलते व्यापार मंडल ने वोटिंग की प्रक्रिया संपन्न होने के बाद मतगणना की और रिजल्ट आउट किया। इसके तहत निवर्तमान प्रधान सुनील गुप्ता सर्वाधिक 197 मत प्राप्त कर प्रधान बन गए, जबकि स्वतंत्र सांख्यान को महज 40 मतों से ही संतोष करना पड़ा। ऐसे में गहमागहमी से भरे माहौल में आयोजित चुनावी प्रक्रिया में एक बार फिर से सरदारी पर सुनील गुप्ता ने कब्जा जमाया।
अब खड़ा होगा नया समानांतर व्यापार मंडल
व्यापार मंडल के चुनाव का बहिष्कार करने वाले प्रधान पद के उम्मीदवार स्वतंत्र सांख्यान ने मीडिया को दी गई अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि बिलासपुर में नए व्यापार मंडल का गठन जल्द ही किया जाएगा। इसके लिए व्यापारियों की बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें व्यापारियों से राय लेकर अगला निर्णय लिया जाएगा। हालांकि, चुनाव में सर्वसहमति से ऐसी कार्यकारिणी बनाने को भी कहा गया, जो बिना भेदभाव के कार्य करें और किसी पार्टी से संबंधित न हो। इस पर कार्य निर्णय नहीं लिया गया। उन्होंने कहा कि व्यापार मंडल एक ऐसा संगठन है, जो व्यापारियों के हित में कार्य करता है, जिसके माध्यम से व्यापारियों की मांगों व समस्याओं को सुलझाने के प्रयास किए जाते हैं। दुख की बात है कि इस संगठन को कुछ और ही रंग दे दिया गया है। पिछले सात वर्षों से व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने व्यापारियों के हित में कोई कार्य नहीं किया, न ही संविधान के मुताबिक कोई कार्रवाई की गई, जो कि सरासर नियमों के खिलाफ है। इसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। व्यापार मंडल की पूर्व कार्यकारिणी के पास कोई दस्तावेज नहीं है। चुनाव के दौरान बायलॉज की कॉपी नहीं दिखाई गई। जानबूझ कर ऐसा किया गया। व्यापार मंडल के पदाधिकारियों को चुनाव पर्यवेक्षक बनाया गया, जिससे समस्त व्यापारी वर्ग में निराशा का माहौल है।
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