नायब तहसीलदार का निलंबन क्यों
बिलासपुर – हिमाचल प्रदेश राजस्व अधिकारी महासंघ के अध्यक्ष नारायण चौहान ने टीसीपी अधिकारी शैलबाला के निधन को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है, लेकिन इस परिस्थिति के लिए राजस्व विभाग को जिम्मेदार ठहराए जाने को गलत करार दिया है। उन्होंने नायब तहसीलदार जगपाल सिंह के निलंबन को अन्याय पूर्ण कार्रवाई बताया है। बिलासपुर में आयोजित मीटिंग में नारायण चौहान के साथ ही महासचिव राजीव ठाकुर और वरिष्ठ उपाध्यक्ष जयगोपाल शर्मा ने कहा कि कसौली गोलीकांड मामले में नायब तहसीलदार जगपाल सिंह को निलंबित कर दिए जाने से प्रदेश के तहसीलदार और नायब तहसीलदारों में रोष है। कार्यकारी दंडाधिकारी की शक्तियों की आड़ में हर बार तहसीलदार और नायब तहसीलदारों को ही बलि का बकरा बनाया जाता है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश राजस्व अधिकारी महासंघ राज्य की जयराम सरकार से यह जानना चाहता है कि क्या नायब तहसीलदार को कोई सुरक्षा मुहैया कराई गई थी? क्या कोई गाड़ी मुहैया करवाई गई थी? जिन अधिकारियों को गाडि़यां मुहैया करवाई जाती हैं उन्हें मोर्चे पर क्यों नहीं भेजा जाता? नायब तहसीलदार जगपाल सिंह ने ईमानदारी से मौके पर हाजिर रहकर अपना उत्तरदायित्त्व बखूबी निभाया है। गोली का शिकार जगपाल सिंह भी बन सकते थे, लेकिन इनाम देने की बजाय जगपाल सिंह को निलंबित किया गया।
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