प्रमुख अंतरराष्ट्रीय सीमा रेखाएं

By: May 30th, 2018 12:07 am

रैडक्लिफ रेखा 17 अगस्त, 1947 को भारत विभाजन के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा बन गई। सीरिल रैडक्लिफ  की अध्यक्षता में सीमा आयोग द्वारा रेखा का निर्धारण किया गया, जो 88 करोड़ लोगों के बीच 1,75,000 वर्ग मील (4,50,000 वर्ग किमी) क्षेत्र को न्यायोचित रूप से विभाजित करने के लिए अधिकृत थे। भारतीय उपमहाद्वीप का विभाजन और दो नए राज्योंध्राष्ट्रों का निर्माण सन् 14 अगस्तए 1947 को पाकिस्तान (मुस्लिम राष्ट्र) एवं सन 15 अगस्त, 1947 को भारत (रिपब्लिक ऑफ  इंडिया) में करने की घोषणा लॉर्ड माउंटबेटन ने की। इस विभाजन में न केवल भारतीय उपमहाद्वीप के दो टुकड़े किए गए बल्कि बंगाल का भी विभाजन किया गया और बंगाल के पूर्वी हिस्से को भारत से अलग कर पूर्वी पाकिस्तान (वर्तमान बांग्लादेश) बना दिया गया। वहीं पंजाब का विभाजन कर पाकिस्तान का निर्माण हुआ। इस विभाजन में रेलवे, फौज, ऐतिहासिक धरोहर, केंद्रीय राजस्व, सबका बराबरी से बंटवारा किया गया। इन सब में सबसे अहम व्यक्ति थे सीरिल रैडक्लिफ, जिन्हें ब्रिटिश हुकूमत ने भारत-पाकिस्तान के विभाजन रेखा की जिम्मेदारी सौंपी थी। सन् 1914 में भारत की तत्कालीन अंग्रेज सरकार और तिब्बत के बीच शिमला समझौते के तहत मैकमोहन रेखा अस्तित्व में आई थी। हालांकि, 1914 के बाद से अगले कई वर्षों तक इस सीमा रेखा का अस्तित्व कई अन्य विवादों के कारण कहीं दबा रहा, लेकिन 1935 में ओलफ केरो नामक एक अंग्रेज प्रशासनिक अधिकारी ने तत्कालीन अंग्रेज सरकार को इसे आधिकारिक तौर पर लागू करने को रहा। 1937 में सर्वे ऑफ  इंडिया के एक मानचित्र में मैकमोहन रेखा को आधिकारिक भारतीय सीमारेखा के तौर पर दिखाया गया था। इस सीमारेखा का नाम सर हैनरी मैकमहोन के नाम पर रखा गया था। अधिकांश हिमालय से होती हुई सीमारेखा पश्चिम में भूटान से 890 किमी और पूर्व में ब्रह्मपुत्र तक 260 किमी तक फैली है। भारत इसे चीन के साथ अपनी सरहद मानता है। इसके विपरीत, चीन 1914 के शिमला समझौते को खारिज करता है। उसका कहना है कि तिब्बत स्वायत्त राज्य नहीं था और किसी भी किस्म का समझौता करने का उसके पास कोई अधिकार नहीं था। चीन के आधिकारिक मानचित्रों में मैकमोहन रेखा के दक्षिण में 56 हजार वर्ग मील के क्षेत्र को तिब्बती स्वायत्त क्षेत्र का हिस्सा माना जाता है। इस क्षेत्र को चीन में दक्षिणी तिब्बत के नाम से जाना जाता है। आज भी इस सीमारेखा पर विवाद कायम है।

अपना सही जीवनसंगी चुनिए| केवल भारत मैट्रिमोनी पर-  निःशुल्क  रजिस्ट्रेशन!


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App