वे स्कूल जिन्होंने चूमा शिखर

By: May 2nd, 2018 12:05 am

प्रधानाचार्य अजय पुरी

उपमंडल भोरंज की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बगबाड़ा का नाम अब प्रदेशवासियों की जुबान पर चढ़ गया है। इस स्कूल का छात्र बारहवीं बोर्ड की मैरिट में प्रदेश में प्रथम रहा है। साइंस संकाय में स्कूल ने सभी सरकारी व निजी स्कूलों को पछाड़कर पहला पायदान हासिल किया। यही नहीं स्कूल का अब तक स्वर्णिम इतिहास रहा है। यहां से कई खेलों के खिलाड़ी निकले। वहीं दो बार हिमाचल के मुख्यमंत्री रहे प्रेम कुमार धूमल भी इसी स्कूल में पढ़े हैं। स्कूल में पढ़े बारहवीं कक्षा के साहिल कतना विज्ञान संकाय बारहवीं की परीक्षा में 490 अंक लेकर प्रथम स्थान अर्जित किया है। छात्र की मेहनत ने साबित कर दिया कि इरादों के दम पर ऊंची उड़ान भरी जा सकती है। स्कूल का स्टाफ  भी साहिल की इस उपलब्धि पर गौरवांवित महसूस कर रहा हैं। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बगवाड़ा, हमीरपुर जिला के भोरंज तहसील के तहत भगवती श्रीदुर्गा माता अवाहदेवी के आंचल में कुनाह खड्ड के उदगम स्थल बगवाड़ा गांव में स्थित है। विद्यालय सर्वप्रथम 1926 में प्राथमिक विद्यालय के रूप में अस्तित्व में आया। निरंतर 26 वर्षों तक इस विद्यालय में प्राथमिक स्तर तक ही शिक्षा विद्यार्थियों को प्रदान की जाती रही। स्वतंत्रता के पश्चात सन 1952 में इसे माध्यमिक विद्यालय का दर्जा प्राप्त हुआ। सन् 1962 में यह उच्च विद्यालय बना तथा सन् 1965 में हायर सेकेंडरी का दर्जा दिया गया। वर्ष 1986 में इसे राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बगवाड़ा का दर्जा प्राप्त हुआ। प्रधानाचार्य अजय पूरी ने बताया कि विद्यालय का परिसर और वातावरण बहुत ही अच्छा और पढ़ाई के अनुकूल है। विद्यालय परिसर को छठी से दसवीं तक अलग और ग्यारवीं, बाहरवीं के लिए भी आर्ट्स, विज्ञान और कमर्स के हिसाब से अलग अलग ब्लॉक में बांट रखा है। इस स्कूल की स्थापना 1952 में हुई थी। तब से आज तक विद्यालय प्रगति पर है और उन्नति करते हुए बाहरवीं तक पहुंच गया है। आज स्कूल में सब सुविधाएं हैं। इससे कमरों के साथ विद्यालय में खेल का मैदान भी है। खेलों में भी बगबाड़ा स्कूल का बहुत नाम रहा है। इसके अलावा विद्यालय में पुस्कालय भी है। इसमें लगभग 10,000 पुस्तकें उपलब्ध है। स्कूल में कंप्यूटर, फीजिक्स, कैमिस्ट्री, बायोलॉजी इत्यादि विषयों की लैब भी हैं। सभी विषय के अध्यापक और प्रधायपक स्कूल में मौजूद हैं। एक शारीरिक शिक्षक का पद स्कूल में रिक्त है।

पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार भी यहीं पढ़े हैं

प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे प्रेम कुमार धूमल भी इसी स्कूल में पढ़े हैं। इसी स्कूल से पढ़े कई आर्मी ऑफिसर भी हुए हैं। इसके अलावा इस स्कूल की खेल प्रतिभा को निखारने में स्टेट अवार्डी शारीरिक शिक्षक ज्ञान चंद का भी बड़ा योगदान है।

खेलों में भी जबरदस्त प्रदर्शन

बगबाड़ा स्कूल में हमेशा से खेलों का स्तर काफी ऊंचा रहा है। स्कूल से कई राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी भी निकले हैं। अब भी स्कूल खेल प्रतिभाओं को निखारने में लगा है। हरेक खेल के लिए स्कूल की टीम तैयार है।

— सतीश शर्मा, भोरंज

प्रधानाचार्य डा. एचआर शर्मा

जिला सिरमौर की खूबसूरत वादियों से सुसज्जित धारटीधार क्षेत्र के आंचल में बसा सराहां  अपनी स्वच्छ जलवायु से सभी को आकर्षित करता है। यह तहसील पच्छाद का मुख्यालय होने के साथ-साथ क्षेत्र का मुख्य शिक्षा केंद्र भी है। यद्यपि वर्तमान में यहां कई शिक्षण संस्थान खुल चुके हैं, लेकिन राजकीय वरिष्ठ-माध्यमिक विद्यालय सराहां स्वतंत्रता प्राप्ति से पूर्व स्थापित शिक्षण संस्थानों में से एक है। इसकी स्थापना सन् 1911 में आर्यन पब्लिक प्राथमिक विद्यालय के रूप हुई। सन् 1920 में इसे स्तरोन्नत कर माध्यमिक विद्यालय बना दिया गया। सन् 1948 में सरकार ने  इसे अपने अधीन कर राजकीय माध्यमिक विद्यालय बना दिया । सन् 1953 में स्तरोन्नत होने के बाद इसे राजकीय उच्च विद्यालय का दर्जा प्राप्त हुआ। सन् 1986 में प्रदेश के स्कूलों में 10+2+3 शिक्षा प्रणाली का आरंभ होते ही इसे राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का दर्जा प्राप्त हुआ । यहां से शिक्षा प्राप्त कर चुकी अनेक हस्तियों ने विविध क्षेत्रों में बेहतरीन योगदान करते हुए प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है।

शैक्षिक उपलब्धियां : आरंभ से लेकर इस विद्यालय में एक बेहतरीन शैक्षणिक वातावरण रहा है। विगत कुछ वर्षों की बात करें तो विद्यालय के छात्रों ने जमा दो कक्षा की बोर्ड परीक्षा में उच्च स्तरीय प्रदर्शन करते हुए हर वर्ष नए आयाम स्थापित किए हैं। शैक्षणिक सत्र 2017.18 की जमा दो कक्षा के परीक्षा परिणाम में विद्यालय के छात्रों का अभी तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है। वाणिज्य संकाय की छात्रा सैजल अरोड़ा ने 96.6प्रतिशत अंक लेकर प्रदेश भर में प्रथम स्थान प्राप्त करते हुए विद्यालय एवं जिला सिरमौर का नाम को चार चांद लगाए हैं। प्राप्त अंकों के आधार पर इस छात्रा ने विद्यालय की ओर से नया कीर्तिमान स्थापित किया है।  इस वर्ष 77प्रतिवर्ष छात्र यानी कुल 75 छात्र प्रथम श्रेणी में पास हुए हैं और 20 छात्रों ने 75प्रतिशत से अधिक अंक लेकर बोर्ड की मैरिट में जगह बनाई जो अभी तक विद्यालय की सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि है। प्रदेश में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाली छात्रा सैजल अरोड़ा ने इस सफलता का श्रेय विद्यालय के उत्तम शैक्षणिक वातावरण एवं शिक्षकों के कुशल मार्गदर्शन को दया है।

विद्यालय स्वच्छता : ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के तहत विद्यालय को स्वच्छ रखने के लिए वर्ष भर नियमित रूप से गतिविधियां चलाई जाती हैं। विद्यालय में गठित चार सदनों के छात्रों को अलग-अलग स्वच्छता का कार्य सौंपा जाता है। ग्रामीण विकास विभाग। द्वारा ब्लॉक स्तर ‘स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार से नवाजा गया है और जिला स्तर के मूल्यांकन के लिए नामित किया गया है।

सुविधाएं : विज्ञान और गणित विषयों की पढ़ाई में गुणवत्ता लाने और बेहतरीन परिणाम हासिल करने के लिए राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान और ‘सर्व शिक्षा अभियान’ के तहत विद्यालय में ‘प्रयास और राष्ट्रीय आविष्कार अभियान कार्यक्रम सफलतापूर्वक चलाए जा रहे हैं।॒ इन कार्यक्रमों का उद्देश्य जटिल समझे जाने वाले इन विषयों को नई शिक्षण प्रविधियों और कलाओं का प्रयोग करते हुए छात्रों के लिए सहजगम्य बनाना है ताकि वे इन विषयों को रुचिपूर्वक पढ़ते हुए गहराई से समझ सके और अपने ज्ञान को व्यापक बना सके। इसके लिए स्मार्ट लैब, वर्चुअल स्मार्ट लैब और आइसीटी लैब का अधिक से अधिक प्रयोग किया जा रहा है। इन प्रयोगशालाओं में दृश्य-श्रव्य विधियों के द्वारा शिक्षण प्राप्त करते हुए छात्र अधिक रूचि ले रहे हैं और लाभान्वित हो रहे हैं।

 – संजय राजन सराहां, (सिरमौर )

एमडी नसीम राजा

वर्ष अप्रैल 2007 में मात्र 3 दर्जन छात्र छात्राओं की संख्या के साथ शुरू हुआ सुजानपुर का महाराजा संसार चंद राजकीय विद्यालय मौजूदा समय में प्रदेश के प्रतिष्ठित अग्रणी शिक्षण संस्थानों में गिना जाने लगा है। स्कूल प्रशासन द्वारा बेहतरीन परीक्षा परिणाम देने के साथ-साथ प्रदेश की मेरिट लिस्ट में इस स्कूल के छात्रों का आना इस स्कूल की सबसे बड़ी उपलब्धि है। वर्ष 2018 +2 बोर्ड परीक्षा की आर्ट्स विषय में इस स्कूल की छात्रा अक्षमा ठाकुर ने पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल करते हुए जहां अपना अपने परिजनों और अपने गृह क्षेत्र का नाम चमकाया वही इस स्थान को प्राप्त करके यह भी दिखा दिया कि जिस स्कूल में वह शिक्षा ग्रहण कर रही है उस स्कूल में शिक्षा किस स्तर पर छात्रों को दी जाती है स्कूल प्रबंधक कमेटी द्वारा अब तक आधा दर्जन भर छात्रों को हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की मेरिट सूची में स्थान प्राप्त करवाया गया है इसके साथ ही राज्य सरकार की मेधावी छात्रों को मिलने वाली ? 10000 की स्कॉलरशिप इस स्कूल के करीब डेढ़ सौ छात्र अब तक प्राप्त कर चुके हैं। मौजूदा समय में स्कूल में 1200 सौ के करीब छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। वर्ष 2007 में पहली से पांचवी तक स्कूल को शुरू किया गया जिसमें उस दौरान 1 एवं 2 आर्ट्स विषय शुरू किया गया था उसके बाद स्कूल लगातार बुलंदियों को हासिल करते हुए जहां छात्र प्रवेश संख्या में 3 दर्जन से 1200  तक का सफर तय किया और स्कूल किराए के भवन से निकलकर मौजूदा समय में 5 मंजिला विशाल भवन में प्रवेश कर गया शिक्षा के साथ-साथ स्कूल के छात्र छात्राएं सरकारी गैर सरकारी सभी प्रकार की कार्यशालाओं  में भाग लेते हैं बात खेलों की हो या फिर साइंस कंपीटीशन की या फिर कल्चरल एक्टिविटी की हर क्षेत्र में स्कूल के छात्र- छात्राओं ने कामयाबी के परचम लहराए हैं यही कारण है कि आज स्कूल हिमाचल प्रदेश के उच्चतम शिक्षण संस्थानों में गिना जाने लगा है वर्तमान में स्कूल में 50 के करीब अध्यापक छात्र-छात्राओं को शिक्षा प्रदान कर रहे हैं जिसमें स्कूल निदेशक प्रचार्य विशेष रूप से छात्र – छात्राओं को परीक्षाओं के लिए तैयार करते हैं स्कूल में दर्जनभर नॉन टीचिंग स्टाफ  कार्य कर रहा है इसके साथ ही स्कूल में शारीरिक शिक्षक आईटी विशेषज्ञ स्मार्ट क्लासरूम की विशेष व्यवस्था है छोटे छात्र-छात्राओं को घरो से लाने और स्कूल से उन्हें घर पहुंचाने के लिए दर्जनभर स्कूल बसें उनकी सेवा में लगातार कार्य कर रही हैं स्कूल निर्देशक नसीम राजा और प्राचार्य रीना शर्मा ने बताया महाराजा संसार चंद राजकीय विद्यालय का सपना इसमें शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्र छात्राओं को बेहतरीन से बेहतरीन शिक्षा प्रदान करवाना है स्कूल में छात्र शिक्षा ग्रहण करके हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड की मेरिट सूची में आए यही उनका और उनके स्टाफ का प्रयास लगा रहता है स्कूल के छात्रों को बेहतरीन शिक्षा का माहौल मिले इसके लिए स्कूल प्रशासन मैनेजमेंट कमेटी लगातार कार्य कर रही है कार्य करती रहती है स्कूल के छात्र छात्राओं का नाम मेरिट सूची में आता रहे और यहां से शिक्षा ग्रहण करने के बाद वह रोजगार के क्षेत्र में अव्वल स्थान पर पहुंचे यह उनके प्रयास हैं स्कूल के छात्र छात्राएं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान को अपनाते हुए कार्य कर रहे हैं। स्कूल में इको क्लब का गठन करके अलग-अलग छात्रों के बलाक बनाकर इस अभियान को सफल बनाया जा रहा है जिस तरह से शिक्षा छात्र-छात्राओं के लिए जरूरी है उसी तरह स्वच्छता मिशन को भी इस स्कूल में विशेष स्थान दिया गया है।

गौरव जैन, सुजानपुर

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