बंद होने की कगार में पंचकर्मा केंद्र  

By: Jun 25th, 2018 12:05 am

ऊना —जिला आयुर्वेदिक अस्पताल ऊना में स्थापित पंचकर्मा केंद्र एक बार फिर बंद होने की कगार पर है। स्टाफ की कमी झेल रहा यह सेंटर कभी भी बंद हो सकता है। यदि सरकार व विभाग ने जल्द ही इसके लिए स्टाफ की तैनाती नहीं की तो पंचकर्मा सेंटर पर जल्द ताला लटकता नजर आएगा। जिला आयुर्वेदिक अधिकारी जैसे-तैसे डेपुटेशन पर चुतर्थ कर्मचारियों को बुलाकर काम तो चला रहे हैं, लेकिन इसके लिए रेगुलर स्टाफ अभी तक नही लग पाया है। अगर स्टाफ की कमी से यह सेंटर बंद होता है तो पंचकर्मा के लिए लगाई गई लाखों की मशीनरी भी पड़ी-पड़ी खराब हो जाएगी। अब तो पंचकर्मा केंद्र में एसी भी लगा दिए गए हैं और अन्य सभी उपकरण व सुविधाएं मौजूद हैं, कमी है तो सिर्फ स्टाफ की। पहले भी यह पंचकर्मा सेंटर डेढ़ साल से बंद था। जनवरी माह में विभागीय उच्चाधिकारियों ने पंचकर्मा सेंटर को चलाने के लिए तीन माह की परमिशन दी थी और फील्ड से चतुर्थ श्रेणी स्टाफ के आर्डर किए थे। अब तीन महीने पूरे हो चुके हैं और तैनात स्टाफ अपने-अपने स्वास्थ्य केंद्र में ड्यूटी दे रहा है। जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डेपुटेशन पर ही कभी एक तो कभी दूसरे चतुर्थ कर्मचारी को ड्यूटी पर बुलाकर काम चला रहे हैं। कई बार फील्ड से कर्मचारी की ड्यूटी लगने पर वह लीव चला जाता है इससे भी समस्या आती है। पंचकर्मा सेंटर को चलाने के लिए एक चिकित्सक तथा चार मेशर्ज (मालिश करने वाले) कर्मचारियों की जरूरत है, जिसमें दो महिला व दो पुरुष कर्मचारियों की नियुक्ति की जानी है। चिकित्सक तो अस्पताल में मौजूद है, लेकिन मेशर्ज न होने से पंचकर्मा सेंटर सुचारू रूप से नही चल रहा है। इसका खामियाजा पंचकर्मा करवाने वाले मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। जिला अस्पताल में पंचकर्मा करवाने के लिए रोजाना पांच से छह मरीज आते हैं, लेकिन कई बार चतुर्थ कर्मचारी न होने के चलते इन्हें बिना पंचकर्मा करवाए ही वापस लौटना पड़ता है।


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