मुआवजा नहीं तो वापस दो जमीनें

By: Jun 25th, 2018 12:12 am

पौंग बांध विस्थापितों के हक को देहरा के विधायक ने मुंडन करवा किया संघर्ष का शंखनाद

नगरोटा सूरियां, नंदपुर भटोली — पौंग बांध विस्थापितों ने अपने हकों के लिए रविवार को नगरोटा सूरियां में संघर्ष का बिगुल फूंक दिया। देहरा के विधायक होशियार सिंह की अध्यक्षता में पौंग डैम संघर्ष समिति ने एक जनसभा कर आर-पार की लड़ाई का शंखनाद किया। होशियार सिंह ने पौंग झील के किनारे पहले सैकड़ों विस्थापितों के साथ मोमबत्तियां जलाईं तथा फिर  मुंडन भी करवाया। उन्होंने इस दौरान विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अगर छह माह में लंबित मुआवजा न मिला तो सभी पौंग बांध विस्थापित जल समाधि लेंगे। डैम का पानी नहीं चढ़ने देंगे। साथ ही यह भी कहा कि हिमाचल सरकार राजस्थान से मुआवजा दिलाए या फिर उनकी जमीनें वापस करे। छह महीने के अंदर अगर कोई कार्रवाई न हुई तो विस्थापित अपनी जमीनें वापस ले लेंगे। वे राजस्थान सरकार के साथ हुए करारनामे को नहीं मानेंगे। उन्होंने प्रदेश तथा केंद्र सरकार को चेतावनी दी कि यदि पौंग बांध विस्थापितों को सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार राजस्थान में जो भूमि आबंटित हुई है, वह नहीं दी गई तो वह विस्थापितों के हक के लिए हाई कोर्ट में रिट करेंगे। यदि विस्थापितों को राजस्थान में जमीन नहीं मिली तो फिर हम यहां का बिजली और पानी जो पौंग डैम से राजस्थान को जाता है, उसे बंद कर देंगे। उन्होंने सभी पौंग विस्थापितों से कहा की जो जमीन बांध का जलस्तर कम हो जाने से खाली हो जाती है, उस पर बिजाई की जाए, यह उनका हक है। उन्होंने कहा यदि सरकार जमीन नहीं दे सकती तो नर्मदा बांध की तरह विस्थापितों को उनके मुरब्बे के नौ करोड़ रुपए दिए जाएं।

नहीं लेने दी जलसमाधि :  विधायक होशियार सिंह ने विस्थापितों के हक के लिए जल समाधि लेने की बात कही थी। इसे देखते हुए प्रशासन ने पूरे इंतजाम किए हुए थे। भारी संख्या में पुलिस तथा महिला पुलिस के अलावा जवाली के तहसीलदार तथा वन्य प्राणी विभाग के अधिकारी भी वहां पहुंचे हुए थे। पूरा प्रशासन पौंग डैम झील के किनारे तक उनके साथ रहा, ताकि वह ऐसा कोई कदम न उठा सकें।


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