113 ईको टूरिज्म स्थल विकसित करेगी सरकार
मनाली में जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने किया ऐलान
मनाली— हिमाचल सरकार ने 113 स्थलों को ईको पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए चयनित किया है। इनमें से पांच स्थलों को सार्वजनिक निजी सहभागिता आधार पर, 16 को राज्य वन विभाग तथा 47 स्थलों को हिमाचल प्रदेश राज्य वन निगम को इनमें पारिस्थितिकीय पर्यटन गतिविधियां शुरू करने के लिए दिया गया है। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कुल्लू जिला के मनाली स्थित अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण एवं संबद्ध खेलें संस्थान में राज्य वन विभाग तथा हिमाचल प्रदेश ईको पर्यटन समिति द्वारा हिमाचल प्रदेश में ईको पर्यटन की संभावनाओं पर आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कही। उन्होंने कहा कि इसके अलावा प्रकृति के आंचल में सैलानियों के ठहरने के लिए लॉग हट्स का निर्माण कर 25 नए गंतव्यों को विकसित किया जाएगा। वर्तमान वित्त वर्ष के दौरान तीन ईको पर्यटन हब्स विकसित किए जाएंगे। ईको पर्यटन समिति, पर्यटन विभाग तथा पर्वतारोहण मनाली के समन्वय से 10 स्थानों को साहसिक पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा। 31 ईको पर्यटन सर्किट तैयार किए गए हैं और इन्हें स्वीकृति के लिए केंद्र को भेजा जाएगा। राज्य में ईको पर्यटन गतिविधियां शुरू करने के लिए 50 वन विश्राम गृहों को उपयोग में लाया जा रहा है। ईको पर्यटन को ग्रामीण जीवन, संस्कृति तथा परंपराओं के साथ जोड़ने के प्रयास किए जाएंगे। इससे न केवल राज्य के अनछुए, अज्ञात और अविकसित गंतव्यों को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। पर्यटन क्षेत्र के लिए बजट में पहली बार 50 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। राज्य में नए पर्यटन स्थलों का पता लगाने के लिए एक नई योजना ‘नई राहें, नई मंजिलें’ तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि ईको पर्यटन में ट्रैकिंग, माउंटेन बाइकिंग, रिवर राफ्टिंग, स्कीइंग, हेलि स्कीइंग, कैंपिंग, पहाड़ों पर चढ़ना, पक्षियों के देखना इत्यादि जैसे अनेक घटक शामिल किए जा सकते हैं। राज्य के इन
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