जीएसटी से घट गया बिजनेस…बढ़ गया कागजी काम

By: Jul 2nd, 2018 12:05 am

वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को केंद्र सरकार ने एक साल पहले लागू किया तो दिवाली मनाई गई थी। इस दिवाली से कालाबाजारी करने वालों का दीवाला निकल गया, लेकिन व्यापारियों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। एक साल बाद आज भी जीएसटी बहुत से व्यापारियों के लिए अबूझ पहेली बना हुआ है। आइए एक साल बाद जीएसटी के बारे में क्या कहते है व्यवसायी

40 फीसदी घटा कारोबार

होटलियर अंकुश सूद ने बताया कि ओवरआल एक पर्सेंट के टैक्स पर कमी आई है। पहले साल के व्यवसाय पर करीब 40 फीसदी कमी आई है। कागजी काम बहुत ज्यादा बढ़ा है। हर रिकार्ड मेंटेन करना पड़ता है। सरकार को ज्यादा फायदा है, व्यवसायियों को कम। खाने पीने की चीजों पर टैक्स कम हुआ है।

महंगा मिल रहा सामान

गिफ्ट सेंटर चलाने वाले बंटी ने बताया कि जीएसटी लगने के बाद से उनका काम कम हुआ है। जो सामान पहले दस रुपए का आता था, वह अब छह रुपए ज्यादा महंगा मिल रहा है। कुछ लोगों के काम बंद भी हुए हैं। काम कम हुआ तो प्रोफिट भी घटा है। जीएसटी से सबसे अच्छा काम यह है कि कालाबाजारी रुकी है।

चोरी की गुंजाइश खत्म

पीयूष कपूर की अपनी नंदिनी ट्रेडिंग नामक कंपनी है। उन्होंने बताया कि जीएसटी शुरू होते ही काम शुरू किया था, तो उन्हें इसमें किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं आई, क्योंकि सारा काम जीएसटी के बाद ही शुरू किया गया। हां जीएसटी के चलते कागजी काम बढ़ा है। जीएसटी के फायदे ही हैं, क्योंकि इसमें चोरी की गुंजाइश नहीं है।


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