प्रदेश में वन क्राइम को रोकेगा नया सिपाही

By: Jul 18th, 2018 12:05 am

बिलासपुर  —हिमाचल प्रदेश में वाइल्ड क्राइम को रोकने के लिए पहली दफा वाइल्ड लाइफ क्राइम दिल्ली ब्रांच द्वारा स्निफर डॉग स्क्वायड लाए जा रहे है। ये डॉग हिमाचल प्रदेश के जंगलों में बढ़ रहे क्राइम को रोकने के लिए स्पेशल प्रदेश में लाए जा रहे है। इससे पहले पूरे प्रदेश में वन विभाग के पास उच्च स्तरीय जांच के लिए किसी भी तरह के डॉग स्क्वायड की सुविधा नहीं थी। जिस कारण हमेशा वन विभाग की जांच कहीं न कहीं फिंकी पड़ जाती थी। लेकिन अब ऐसा बिलकुल भी नहीं होगा, क्योंकि विभाग ने पुलिस की तर्ज पर ग्वालियर एसएसबी सेंटर से विशेष टे्रनर डॉग लाने जा रहा है। यहीं नहीं इन डॉग्स की पूरी देखरेख के लिए विभाग ने हिमाचल प्रदेश से दो फोरेस्ट गार्ड भी ग्वालियर एसएसबी ट्रेनिंग सेंटर भेजे हुए हैं। जहां पर इनको स्पेशल डॉग्स से संबंधी हर ट्रेनिंग की जाएगी। वहीं, ये डॉग्स प्रदेश में आने पर सिर्फ इन दो गार्ड की भाषा ही समझ पाएंगे। इसी के चलते विभाग ने कुल्लू के सैंज से दो फोरेस्ट गार्ड यहां भेजे हैं। जो दिसंबर माह में अपनी ट्रेनिंग करके प्रदेश में आएंगे और इन डॉग्स को नेशनल पार्क कुल्लू में रखा जाएगा। इस दौरान अगर प्रदेश के किसी भी जिला में वन संबंधी क्राइम होता है तो विभाग अपने स्तर पर इन डॉग्स की हेल्प लेगा। इस खबर की पुष्टि वन अरण्यपाल बिलासपुर आरएस पटियाल ने की। उन्होंने बताया कि ये गार्ड ग्वालियर ट्रेंनिग के लिए भेज दिए गए हैं। यहां पर इनको स्पेशल डॉग्स से संबंधी ट्रेनिंग दी जा रही है। ताकि किसी आपातकालीन समय में विभाग इनकी मदद ले सके।

आठ साल होगी इन डॉग्स की नौकरी

वन अरण्यपाल बतातें हैं कि इन डॉग्स की नौकरी सिर्फ आठ साल तक की होगी। आठ साल के बाद इनको रिटायर्ड कर दिया जाएगा। इस दौरान इन आठ साल में इनका पूरा खर्चा वन विभाग उठाएगा और इनकी डॉग्स की पूरी रिपोर्ट वाइल्ड लाइफ क्राइम ब्रांच दिल्ली में दी भेजी जाएगी।

अगले साल जीवालाल और तीर्थन के गार्ड करेंगे ट्रेनिंग

2019 सत्र में जीवालाल रेंज और तीर्थन रेंज से दो-दो गार्ड ग्वालियर ट्रेंनिंग के लिए जाएंगे। 9 माह की ट्रेनिंग के बाद इन गार्ड और डॉग्स को नेशनल पार्क कुल्लू में रखा जाएगा। जो पूरे नेशनल पार्क की गतिविधी पर नजर रखेंगे।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App