मानसून सत्र में गरजेंगे ‘विपक्षी बादल’

By: Jul 16th, 2018 12:03 am

18 से शुरू होगी संसद की कार्यवाही, कई मुद्दों पर सरकार घेरने की तैयारी

नई दिल्ली— बढ़ती महंगाई और विशेष रूप से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार उछाल, रुपए की गिरती कीमत, जम्मू-कश्मीर के हालात, आंध्र प्रदेश तथा किसानों के मुद्दे पर विपक्षी दलों के कड़े तेवरों को देखते हुए बजट सत्र की तरह संसद के मानसून सत्र के भी हंगामेदार रहने के आसार हैं। 18 जुलाई से शुरू होकर दस अगस्त तक चलने वाले इस सत्र में राज्यसभा के उपसभापति का भी चुनाव होना है। भाजपा यह पद विपक्ष को देने को तैयार नहीं है, जिसके कारण विपक्षी दलों में नाराजगी है और वे अपना उम्मीदवार खड़ा करने की जुगत में है। इस चुनाव में यह भी स्पष्ट होगा कि विपक्ष कितना एकजुट है। इस सत्र में विपक्षी दल एक बार फिर सरकार को विभिन्न ज्वलंत मुद्दों पर घेरने की तैयारी में हैं। उधर, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन संसद के मानसून सत्र में सुचारु कार्यवाही सुनिश्चित करने के वास्ते सर्वदलीय बैठक के पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित विभिन्न दलों के नेताओं के साथ अलग-अलग बैठकें करेंगी और उन्हें बताएंगी कि लोकतंत्र की साख बरकरार रखने के लिए सदन का चलना कितना जरूरी है। श्रीमती महाजन ने कहा कि वह 17 तारीख को सर्वदलीय बैठक के पहले विभिन्न दलों के एक या दो नेताओं को बुलाकर निजी तौर पर बात करने की कोशिश करेंगी और उन्हें इस बात के लिए राजी करने का प्रयास करेंगी कि सांसदों को अपने क्षेत्र के विषयों पर बोलने का अवसर अवश्य मिलना चाहिए।

सदन में जवाब देने की तैयारी करें पीएम

तीन तलाक, सिंचाई, शिक्षा और अन्य विकास कार्यों को लेकर प्रधानमंत्री पर गलतबयानी करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने कहा कि उन्हें संसद में जवाब देने की तैयारी करनी चाहिए। कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री विकास अभियान नहीं, बल्कि वर्ष 2019 का चुनाव प्रचार अभियान चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश में किसान, महिला, युवाओं तथा राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े ज्वलंत मुद्दे हैं, जिन पर विपक्ष चर्चा कराकर सरकार से जवाब मांगेगा।


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