मृतका के परिजनों को चार लाख का मुआवजा

By: Jul 17th, 2018 12:05 am

 शिमला —राजधानी में हुआ वह हादसा आज ेभी भूले नहीं भूलता, जिसमें सिर्फ पानी के कलह ने एक महिला की जान ले ली। जून माह में पूरे शहर में पानी के पीछे मचा हाहाकर इस कद्र था कि लोग एक-दूसरे की जान के दुश्मन हो गए थे। दूसरी ओर पानी की किल्लत झेल रहे लोगों ने सड़कों और विभागों के बाहर भी विरोध-प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था। इस सब कलह के बीच जून के शुरू होते ही रिज पर एक 65 वर्षीय महिला की टैंकर के नीचे आने से मौत हो गई। घर से अपनी पोती और बहू के साथ घूमने निकली महिला ने कभी नहीं सोचा था कि उन्हें अपनी जान से भी हाथ धोने पड़ सकते हैं। संजौली की रहने वाली मृतक उमा कपरेट के परिजनों को जिला प्रशासन की ओर से राहत प्रदान की गई है। मृतक महिला के परिजनों को राहत कोष राशि से चार लाख का मुआवजा स्वीकृत किया गया है। इसके साथ ही जिला प्रशासन ने संजौली की बंगाला कालोनी में बरसात की वजह से जिन लोगों के घरों को नुकसान पहुंचा है उन्हें भी 15,000 तक की राहत प्रदान की है। जिला प्रशासन की ओर से नगर निगम को निर्देश दिए गए हैं कि वे बरसात के मौसम में अब किसी भी तरह की कोई दिक्कतें पेश न आएं, वहीं जान माल का भी कोई नुकसान न हो, इन सभी स्थितियों से निपटने के लिए पहले से ही मुस्तैद रहें। शिमला शहर की एसडीएम नीरज चांदला ने बताया कि गर्मियों में पानी के लिए जो स्थिति पैदा हुई थी। वैसी ही स्थिति बरसात में भी हो सकती है। पानी की पाइप लाइनों में गाद भर सकती है। साथ ही लीकेज ज्यादा होने की वजह से भी लोगों को पानी की सप्लाई में दिक्कतें आती हैं। उन्होंने कहा कि निगम प्रशासन को सुझाव दिए गए हैं कि वे एक प्रोपोजल बनाएं, जिसमें पानी की पुरानी पाइपों को बदलने का प्रस्ताव हो। इस अहम कार्य को करने के लिए सरकार से बजट की मांग उठाई जा सकती है। इस तरह से शहर में पानी की समस्या कभी भी इतना बढ़ा मुद्दा नहीं बनेगी।


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