आरोप…किन्नौर के दफ्तरों में सीएम की धौंस

By: Aug 8th, 2018 12:05 am

रिकांगपिओ  – मुख्यमंत्री कार्यालय की दखल अनदाजी से आज किन्नौर में सरकारी कार्यालयों में तैनात अधिकारी तेय नियमों के अनुसार स्वतंत्र रूप से काम नहीं कर पा रहे है। विशेष कर आईपीएच, पीडब्लयूडी, डीसी, एसडीएम कार्यालयों में मुख्य मंत्री कार्लय का आदेश बता कर एक ही विचारदारा के लोगों का काम करने के लिए अधिकारियों पर दबाब बनाया जा रहा है। छोटे-छोटे टैडरों के लिए मुख्यमंत्री कार्लयों से आईपीएच व पीडब्लयूडी के अधिकारियों को सीधे फोन हो रहे है। मुख्य मंत्री का संवेदानिक कार्यालय आज अपनी गरिमा मीटाता जा रहा है। यह बात किन्नौर के विधाक जगत सिहं नेगी ने रिकांगपिओ में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए बताया। इस दौरान उन के साथ मुख्य रूप से जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष उमेश नेगी, किन्नौर फैडरेशन के अध्यक्ष चंद्र गोपाल नेगी, जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव निर्मल चंद्र नेगी, हिमाचल प्रदेश को-आपरेटिब बैंक के पूर्व वाईस चैयरमेन पीतम्बर दास नेगी, कि न्नौर कांग्रेस प्रवक्ता डा. सूर्व बोरस, युवा कांग्रेस अध्यक्ष प्रताप नेगी, कल्पा ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम नेगी मुख्य रूप से उपस्थित थे। नेगी ने कहा कि यह पहली मर्तबा देखा गया है कि किन्नौर में सरकारी कार्लयों में तैनात अधिकारी व कर्मचारी इतने अधिक तनाब में काम कर रहे है। आज जिला किन्नौर में तबादला उद्योग खासा फल फूल रहा है। कुछ एक लोग ट्रास्फ करने के पैसे ले रहे है तो कुछ लोग ट्रास्फर रोकने के पैसे बना रहे है। जेवीटी, पीजीटी व टीजीटी के ट्रास्फरों के रेट निर्धारित हो चुके है। ट्रास्फर उद्योग के इस धंधे में छुट भईया नेता चांदी कुट रहे है। उन्होने कहा कि आज जिला किन्नौर में हालात इतने खराब हो चुके है कि यदि उद्यान विभाग व कृषि विभाग के कार्यालयों में सबसीडी वाली दवाईया आती है तो आम जरूरत मंद को न देकर एक ही विचारदारा के लोगों को दिया जा रहा है। यहां तक कि भाजपाईयों की दवंगी इतनी बड़ गई है कि भाजपाई पुलिस को स्वतंत्र रूप से अपना काम करने तक से रोक रहे है। सरकारी कार्लयों में आम लोगों का काम तक नहीं हो पा रहा है।


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