जल प्रलय

By: Aug 14th, 2018 12:03 am

पंडोह डैम के गेट खोले

पंडोह — कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश से ब्यास का जलस्तर बढ़ने से सहायक नदी पार्वती, लारजी खड्ड बाखली व अन्य खड्डों में अधिक पानी की मात्रा होने से लारजी डैम के गेट खोल दिए गए हैं। पंडोह डैम में भी पानी का अधिक भराव होने पर ब्यास परियोजना द्वारा सुबह से फ्लैसिंग का कार्य शुरू कर दिया गया था। पंडोह डैम प्रशासन की गाड़ी सुबह छह बजे से ही लोगों को सचेत कर रही थी। सुंदरनगर बीबीएमबी के अधीक्षण अभियंता आरडी शावा ने कहा कि दो बजे के करीब 3,4,5 तीन गेट डैम के खोले गऐ थे। इनसे लगभग 8,9,मीटर पानी छोड़ा गया था…

बारिश में बहे हमीरपुर के 23 करोड़

पीडब्ल्यूडी-बिजली बोर्ड-आईपीएच विभाग को भारी नुकसान, फसलों पर भी मार

हमीरपुर— हमीरपुर जिला को रविवार रात से सोमवार सुबह तक बरसात ने जिस तरह कहर ढाया, उससे जिला को न सिर्फ आर्थिक नुकसान हुआ, बल्कि खामोशी से सो रही दो जिंदगियां भी मलबे में दफन हो गईं। इसके अलावा जिला भर की कई जगहों के घरों और दुकानों में मलबा घुसने की खबर है। मिली जानकारी के मुताबिक, भारी बारिश से हमीरपुर जिला को 23 करोड़ का नुकसान हुआ, वहीं भोरंज की झरलोग पंचायत के टिक्का थाना गांव में आधी रात को हुए भू-स्खलन से दादी-पोती की घर के अंदर मलबा आ जाने से मौत हो गई। प्रशासन ने प्रभावित परिवार को फौरी राहत जारी कर दी है। वहीं मटौर-शिमला राजमार्ग डिडवीं टिक्कर के पास अवरुद्ध हो गया, जिससे शिमला व हमीरपुर आने वाली बसों के रूट में भी परिर्वतन किया गया। एनएच को खुलवाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी विभागीय अधिकारियों को दिए गए हैं। भारी बरसात से लोक निर्माण विभाग की सड़कों व पुलों को पांच करोड़ 94 लाख का नुकसान हुआ है। जिला के लोक निर्माण विभाग के 63 सड़कों को बरसात से नुकसान हुआ। इनमें से हमीरपुर डिविजन में 15 सड़कें, बड़सर डिविजन में 26 तथा टौणी देवी मंडल में 22 सड़कें शामिल हैं। समाचार लिखे जाने तक 51 सड़कों को यातायात के लिए बहाल कर दिया गया था। बारिश से विद्युत विभाग को 22 लाख के करीब नुकसान आंका गया है। विद्युत विभाग के 270 ट्रांसफार्मर दुरुस्त किए गए हैं। विद्युत आपूर्ति की सप्लाई सुचारू की जा रही है। बारिश से आईपीएच विभाग की ब्यास नदी से संबंधित पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं। अभी तक यहां लगभग पांच करोड़ का प्रारंभिक नुकसान बताया जा रहा है। आईपीएच विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कई जगहों पर विद्युत ट्रांसफार्मर में दिक्कत आने से पेयजल सप्लाई बाधित हुई। फसलों को भारी नुकसान हुआ है। कृषि विभाग नुकसान का आकलन कर रहा है।

प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

जिला प्रशासन ने लिलावसियों को बरसात में घर से बाहर न जाने की सलाह दी है। साथ ही प्रशासन ने नदियों-नालों में पानी के उफान को देखते हुए कहा उनके आसपास ने जाने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन ने जिला में अलर्ट घोषित किया है।

कुल्लू जिला में करोड़ों की संपत्ति तबाह

 कुल्लू— जिला कुल्लू में कुदरत का कहर इस कद्र बरपा कि करोड़ों की संपति बाढ़ की भेंट चढ़ गई। बाढ़ में मवेशी बह गए, वहीं, घर, पुल, सड़कें भी ध्वस्त हो गई हैं। रविवार देर शाम से लेकर सोमवार सुबह तक जिला कुल्लू लगातार बारिश का दौर जारी रहा। इसी बीच जिला के विभिन्न स्थानों में बादल फटे और जिलाभर में करोड़ों का नुकसान हो गया। बता दें कि बजौरा क्षेत्र में गोसदन बाढ़ की भेंट चढ़ गया और कई मवेशी बह गए। इसके अलावा खोखण नाले में आई बाढ़ से भुंतर क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ है। सोमवार सुबह आई बाढ़ ने भुंतर क्षेत्र में भयंकर तबाही मचाई। बाढ़ से आया मलबा और पानी दुकानों घरों में घुस गया। भुंतर में सौ से अधिक दुकानों व 30 अधिक घरों में मलबा घुस गया। यही नहीं, उपजाऊ भूमि भी बाढ़ की भेंट चढ़ गई है। फसलें तबाह हो गई हैं। इसके अलावा रविवार की रात को मणिकर्ण घाटी के कटागला में बादल फटने से दो मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। हालांकि यहां पर तीन इजराइली भी फंस गए थे, लेकिन उन्हें रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला गया। मौहल खड्ड में आई बाढ़ से 25 मुर्गे व एक घराट बह गया, जबकि जरी, मलाणा मार्ग पर भू-स्खलन से 100 मीटर सड़क दब गई। एनएच 305 भी भू-स्खलन से अवरूद्ध हो गया है। चड़ीगढ़-मनाली मार्ग पर बनाला के पास बाढ़ से आठ घंटे बंद रहा। लारजी-सैंज मार्ग पर पागल नाला में आई बाढ़ से मार्ग बंद रहा। इसके अलावा भारी बारिश होने से जिला कुल्लू के एक दर्जन से अधिक बस रूट बंद रहे। हालांकि ग्रामीण क्षेत्र में बसें फंसने की भी सूचना है। उधर, वन, परिवहन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि जिला कुल्लू में बादल फटने से काफी नुकसान हुआ है। अधिकारियों को नुकसान का जायजा लेने के निर्देश दिए हैं। सरकार की तरफ से प्रभावितों की हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।

जानी नुकसान नहीं  पर भयंकर तबाही

उपायुक्त कुल्लू यूनुस ने कहा कि  जिला के कटागला और बजौरा क्षेत्र में बादल फटने की घटना से किसी प्रकार का जानी नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन निजी और सार्वजनिक संपत्ति को काफी क्षति पहुंची है। कटागला गांव में फंसे लोगों को बचाव दल ने सुरक्षित निकाल लिया है और प्रभावित परिवारों को फौरी राहत प्रदान की गई है। उपायुक्त यूनुस ने बताया कि बजौरा नाले में बाढ़ आने से सड़क, एक पैदल पुल, गोसदन और स्थानीय किसानों की फसल को भारी नुकसान हुआ है। बजौरा गोसदन से लगभग 20 मवेशियों को कुल्लू के गोसदन में शिफ्ट किया गया है।

पठानकोट एनएच पर पहाड़ी दरकी

बनीखेत— पठानकोट एनएच पर ढुंढियारा के पास बारिश के कारण पहाड़ी दरकने से हुए भू-स्खलन के चलते पंद्रह घंटों से जिला का संपर्क शेष विश्व से कटकर रह गया है। एनएच पर गाडि़यों की आवाजाही ठप पड़ी हुई है। मार्ग के दोनों ओर सैकड़ों वाहन बीच राह में फंस गए हैं। एनएच प्राधिकरण मशीनरी के सहयोग से मार्ग से मलबा व पत्थर हटाकर यातायात बहाली के लिए युद्ध स्तर पर काम छेड़े हुए हैं। पहाड़ी के लगातार दरकने के कारण मार्ग पर यातायात बहाली में मुश्किलें पेश आ रही हैं। अगर भू-स्खलन का सिलसिला इसी तरह जारी रहा तो मार्ग पर मंगलवार दोपहर बाद तक यातायात बहाल हो पाएगा। सोमवार को पठानकोट एनएच पर कटोरी बंगला के पास घंटों जाम लगा रहा।


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