पहाड़ी में दरारें, खाली करो तालघर गांव

By: Aug 18th, 2018 12:05 am

 उरला   —उरला की पहाड़ी के साथ लगती गवालन गांव  के नीचे की पहाड़ी में एक बड़े भू-भाग में विशाल दरार आने और जमीन धंसने से प्रशासन ने पहाड़ी के नीचे बसे तालघर गांव में अलर्ट जारी कर दिया है। तालघर गांव के चार परिवारों ने संभावित खतरे और कोटरूपी त्रासदी के भय से गांव से पलायन कर लिया है। गांव में शेष बचे परिवारों को प्रशासन ने अलर्ट जारी कर उन्हें सुरक्षित स्थानों में पनाह लेने को कहा है। प्रशासन ने सभी ग्रामीणों को फौरी तौर पर तिरपाल जारी कर दिए हैं। गुरुवार को भारी बरसात के चलते ग्रामीणों ने एक बड़े भू-भाग के धंसने की सूचना प्रशासन को दी। गांव में भू-स्खलन होने से गांव निवासी बालक राम के घर, रसोई और शौचालय को क्षति पहुंची। प्रशासन की ओर से तहसीलदार पद्धर प्रकाश चंद शर्मा ने तुरंत गांव का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। उनके साथ द्रंग भाजपा के अध्यक्ष मोहन सिंह ठाकुर, द्रंग पंचायत समिति के उपाध्यक्ष कपूर चंद, जिला परिषद के सदस्य सूरज प्रकाश सहित ग्रामीण मौजूद रहे। नेशनल हाई-वे 154 तालगहर से ऊपर गवालन गांव के नीचे लगभग 200 मीटर के भू-भाग में विशाल दरार आई है। भूमि का हिस्सा यहां दो भागों में बंटते हुए एक से तीन फुट के बीच धंस गया है। तहसीलदार पद्धर ने स्पाट की रिपोर्ट तैयार कर उपमंडल प्रशासन को सौंप दी है। उधर, एसडीएम पद्धर डाक्टर आशीष शर्मा ने गांव में जमीन धंसने की सूचना मिलते ही  आईआईटी कमांद के विशेषज्ञों के साथ तालघर गांव व  गवालन धार  का दौरा कर संभावित खतरे का जायजा लिया। डाक्टर आशीष शर्मा ने बताया कि नमक की पहाड़ी होने के कारण नमक पिघलने से भूमि की सतह नीचे खिसकती जा रही है। कोटरूपी की पहाड़ी पर सराज बागला गांव में भी बीते वर्ष इसी प्रकार जमीन में बड़ी-बड़ी दरारें आई थीं और हियुन गांव की वरठवान में भी ऐसा हो चुका है । उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता और सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग के अधिशाषी अभियंता को यहां स्थिति का जायजा लेने के आदेश जारी किए हैं। यहां गांव में आठ रिहायशी मकान हैं, जिनमें 14 परिवार रहते हैं। चार परिवारों बालक राम पुत्र नोता राम, ठाकर दास पुत्र डुगु राम, गायत्री देवी पत्नी रामधन, कमला देवी पत्नी नानक चंद के परिवार ने अपने घरों को खाली कर अपने रिश्तेदारों के घरों को पलायन कर दिया है। शेष आठ परिवारों सहित सभी को प्रशासन की ओर से तिरपाल जारी कर सुरक्षित स्थानों को पलायन करने के आदेश जारी कर दिए हैं। गांव में भू-स्खलन के बने संभावित खतरे को देखते हुए गुरुवार को सभी ग्रामीणों ने सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर दिया है। एसडीएम ने कहा कि आईआईटी विशेषज्ञों की रिपोर्ट आना शेष है। खतरे से निपटने के लिए यहां जो भी संभव होगा, उस दिशा में प्रशासन कारगर कदम उठाएगा।

 


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