बिजली बोर्ड को एक ही दिन में 80 लाख की चपत

By: Aug 14th, 2018 12:05 am

 शिमला —शिमला शहर में पेड़ गिरने से बिजली की लाइनों को बड़ा नुकसान हुआ है। इससे शहर में बिजली का ढांचा लगभग अस्त-व्यस्त हो गया और शहर के साथ-साथ उपरी शिमला के कई इलाकों में बिजली बाधित रही। बारिश के कारण बिजली बोर्ड को शिमला सर्किल में एक दिन में 80 लाख रुपए का नुकसान होने की सूचना है। शिमला में एलटी लाइनों पर पेड़ गिरने से ट्रांसमिशन नेटवर्क बाधित हो गया। पूरा दिन कर्मचारी बिजली व्यवस्था को सुचारू बनाने में जुटे रहे। देर शाम तक ही कई इलाकों में बिजली की आपूर्ति बहाल हो सकी। बताया जा रहा है कि शिमला के जाखू, रामचंद्र चौक एरिया में सबसे अधिक पेड़ गिरे हैं, जहां पर बिजली की लाइनों पर पेड़ गिर गए। यहां शाम तक कर्मचारी लाइनों को दुरुस्त करने में जुटे रहे। इसके साथ शहर के रामनगर, रजत होटल के पास, समरहिल, संजौली, कच्चीघाटी में बिजली बोर्ड को खासा नुकसान हुआ है। यह नुकसान पेड़ों के गिरने की वजह से हुआ बताया जा रहा है। जिला के ठियोग में नेशनल हाइवे की एक रिटेनिंग वॉल के गिर जाने से भी वहां बिजली ढांचे को नुकसान हुआ, जिस कारण ठियोग में बिजली की आपूर्ति बाधित रही। जिला के दर्जनों गांवों में बिजली की आपूर्ति बीच-बीच में बाधित होती रही। मुख्य नुकसान शिमला शहर में हुआ जहां पर पिछले कल से ही बारिश का कहर जारी था। इससे पहले शहर में बर्फबारी के दौरान भी शिमला में बड़ा नुकसान हुआ था। यहां सात दिन तक बिजली की आपूर्ति बंद रही थी। अब बरसात में भी नुकसान हो रहा है। बिजली ढांचे को पेड़ गिरने से अधिक नुकसान हुआ है। वैसे इस तरह के पेड़ों की कटाई का काम चल रहा है परंतु जिस तरह की बारिश हो रही है उससे यहां अधिकांश पेड़ों से खतरा बन गया है।  बिजली की तारें टूटने से पूरा संचार नेटवर्क ही शहर में बाधित हो रहा है। बोर्ड ने अपने कर्मह्यचारियों को अलर्ट पर रखा है और जहां से भी शिकायत मिले वहां तुरंत काम शुरू करने की हिदायत दी गई है। शहर के मध्य क्षेत्रों में कई जगह शाम तक बिजली नहीं थी। बोर्ड के उप मुख्य अभियंता इं.पंकज डडवाल ने कहा कि बिजली व्यवस्था को री-स्टोर करने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। पेड़ टूटने की वजह से दिक्कत आ रही है, पूरी व्यवस्था को सुचारू बना दिया जाएगा।


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