मृदा कार्ड बन रहे किसानों की खुशी

By: Aug 14th, 2018 12:02 am

जालंधर— पंजाब के किसान बड़ी संख्या में अपने खेतों की मिट्टी की जांच करवाने में गहरी दिलचस्पी दिखा रहे हैं, मृदा स्वास्थ्य कार्ड खेती की लागत को कम करके किसानों को बड़े पैमाने पर लाभान्वित कर रहे हैं, जिससे किसानों को लाभ हो रहा है। कृषि विभाग ने किसानों को 26114 मृदा स्वास्थ्य कार्ड जारी किए हैं। जिला उपायुक्त वरिंदर कुमार शर्मा ने कहा कि इस योजना के तहत, विशेषज्ञ मिट्टी में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटाश, जस्ता, लौह, सल्फर के अलावा नमक, एसिड सहित विभिन्न मिट्टी के मानकों का विश्लेषण कर रहे हैं और रिपोर्ट के अनुसार संबंधित किसानों को मिट्टी में पोषक तत्त्वों की कमी को दूर करने के लिए विशेष उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट की जानकारी विभाग की वेबसाइट अपलोड की जा रही है। कृषि विभाग ने जिला के जालंधर पश्चिम (3780), जालंधर ईस्ट (3780), नाकोदर (3780), भोगपुर (2904), नूरमहल (1870) सहित प्रत्येक ब्लॉक से 29711 मिट्टी के नमूने एकत्र किए हैं।  शाहकोट (2980), लोहियन (2960), रुर्का कलान (1750), फिलौर (2909) और आदमपुर (2917) और 26114 मृदा स्वास्थ्य कार्ड भी जारी किए हैं, जिसके माध्यम से वे अपनी भूमि की जरूरतों का आकलन कर सकते हैं और विवेकपूर्ण तरीके से उर्वरकों का उपयोग कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में लगभग 60 मिट्टी विश्लेषण प्रयोगशालाएं हैं और जिनमें तीन जालंधर में हैं। उन्होंने बताया कि पहले किसान किसी भी जानकारी के बिना उर्वरक पर भारी धन व्यय करते थे। उन्होंने बताया कि उर्वरकों का अत्यधिक उपयोग न केवल किसानों के जेब खाली कर रहा है, बल्कि मिट्टी के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है। श्री शर्मा ने दावा किया कि विभाग लगातार मृदा स्वास्थ्य कार्ड के संबंध में किसानों के बीच जागरूकता पैदा कर रहा है, ताकि वे उर्वरकों पर अपने खर्च को कम कर सकें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के तंदुरुस्त पंजाब मिशन के तहत, विभाग किसानों को उर्वरकों के अत्यधिक उपयोग से बचने के लिए और मिट्टी में पोषक तत्वों को बढ़ाने के लिए प्राकृतिक तरीका अपनाने के लिए प्रेरित कर रहा है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App