राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भट्टी (कुल्लू)

By: Aug 1st, 2018 12:10 am

-प्रधानाचार्य अमर चंद कटोच

जिला कुल्लू की लगघाटी के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक मॉडल स्कूल भुट्टी का इतिहास गौरवमय रहा है। इस स्कूल ने ऐसे हीरे दिए हैं, जो अभी तक सूबे को अपनी प्रतिभा से आलोकित कर रहे हैं। स्वास्थ्य निदेशक डाक्टर बलदेव ठाकुर, प्रदेश भाषा कला एवं संस्कृति अकादमी के सचिव मौलू राम ठाकुर, वन विभाग के डिप्टी चीफ कंजरवेटर केहर सिंह ठाकुर, डीएफओ, केंद्र सरकार के रक्षा विभाग में डीआरडीओ के सासे विभाग में कार्यरत 30 से अधिक सीनियर व जूनियर वैज्ञानिक इस स्कूल के छात्र रहे हैं। इसके अलावा देश-प्रदेश के कई विभागों में उच्च पदों पर तैनात अधिकारियों की लंबी फेहरिस्त है। जहां लगघाटी के छात्र अभिषेक ने इस बार दसवीं कक्षा परीक्षा में मैरिट लिस्ट में नाम दर्ज कर स्कूल ही नहीं बल्कि जिला का नाम रोशन किया है। वहीं, इस बार मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल भुट्टी के खाते में एक और उपलब्धि जुड़ गई है।कुल्लू जिला में सेनेटरी पैड वितरण मशीन स्थापित करने वाला यह पहला स्कूल बन गया है। स्कूल की ग्रामीण छात्राओं को अब पैड लेने के लिए कहीं दूसरी स्थान पर जाना नहीं पड़ेगा और किसी दुकान का रुख नहीं करना पड़ेगा। स्कूल में स्थापित मशीन से ही उन्हें यह सुविधा मिल गई है। इससे जहां एक ओर स्वच्छता कायम रहेगी तो दूसरी ओर सुविधाएं देने में भी स्कूल ने जिला के अन्य स्कूलों से बाजी मार ली है। सरकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने और उन्हें लागू करने में अग्रणी रहने के चलते स्कूल एक बार फि र से सुर्खियों में है।

कृषक के बेटे ने स्कूल को हासिल करवाया तमगा

कहते हैं अगर मन में कुछ कर गुजरने का इरादा हो और कड़ी मेहनत करे तो कोई भी मुकाम हासिल करना मुश्किल नहीं है। कुछ ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है कुल्लू जिला मुख्यालय से सटी लगवैली के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भुट्टी में पढ़ने वाले अभिषेक ने। आदर्श स्कूल भुट्टी पढ़ाई में अव्वल रहा है और इस बार जिला कुल्लू के इस सरकारी स्कूल ने प्रदेश में नाम कमाया है। प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के दसवीं के परीक्षा परिणाम में टापटेन की सूची में आठवां स्थान पाया है। अभिषेक हर रोज पढ़ाई के लिए तीन किलोमीटर पैदल चलकर स्कूल आता है और फिर शाम को तीन किलोमीटर सफर तय कर घर पहुंचता है।

हर रोज सुबह शाम छह किलोमीटर का सफर तय करने के बाद भी कड़ी मेहनत और लगन से पढ़ाई की जिस कारण आज प्रदेश भर में अभिषेक आठवें स्थान पर जगह बनाने में कामयाब हुआ है और जिला कुल्लू का नाम रोशन किया है। जानकारों के अनुसार लगघाटी के इतिहास में यह पहली मर्तबा हुआ है। जहां एक ओर प्राइवेट स्कूलों के छात्र मैरिट में अपना दबदबा बना रहे हैं ,तो ऐसे में अभिषेक ने मैरिट में आकर यह सिद्ध कर दिया कि हुनर को अगर तराशा जाए तो सरकारी स्कूलों के छात्र भी किसी से कम नहीं हैं। हुनर के कदम मुकाम अपने आप चूम लेता है।

साधारण परिवार से संबंध

अभिषेक की सबसे बड़ी बात यह है कि वह हर रोज सुबह पढ़ाई के लिए पगडंडि़यों वाला खतरनाक रास्ता हर रोज सुबह तय करता है। गांव से स्कूल तक करीब तीन किलोमीटर का सफर है और सुबह शाम तीन-तीन किलोमीटर को मिलाकर एक दिन में वह 6 किलोमीटर का सफर करता है। साधारण परिवार में रहने वाले अभिषेक के पिता प्रताप चंद साधारण किसान हैं और माता शाला देवी भी गृहिणी हैं। लगघाटी के टंडारी गांव का अभिषेक बड़ा होकर गणित के शिक्षक बनना चाहता है। स्कूल में गणित विषय का स्थायी शिक्षक न होते हुए भी अभिषेक ने गणित में शत-प्रतिशत अंक अर्जित किए हैं। स्कूल के प्रधानाचार्य अमर चंद कटोच और स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष नारायण ठाकुर, स्कूल का पूरा स्टाफ भी तारीफ. के काबिल है।


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