चाबा-शिमला वाटर प्रोजेक्ट शुरू

By: May 18th, 2019 12:05 am

सुन्नी—राजधानी के लोगों की पेयजल आपूर्ति के लिए प्रस्तावित चाबा शिमला पेयजल योजना को आरंभ कर दिया गया है। शिमला में पीने के पानी की समस्या को दूर करने के लिए सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंडल सुन्नी द्वारा ऐतिहासिक बिजलीघर चाबा में बनाई गई बड़ी पेयजल योजना से पंपिंग स्टेशन गुम्मा में पानी पहुंचाने का अंतिम परीक्षण सफल हो गया, जिसके साथ ही पंपिंग स्टेशन गुम्मा को प्रतिदिन 10 एमएलडी यानी 1000 करोड़ लीटर पानी अतिरिक्त मिलता रहेगा। शिमला ग्रामीण में सतलुज नदी पर ब्रिटिशकाल में बने 1.75 मेगावाट चाबा बिजली घर के अतिरिक्त पानी को राजधानी के लोगों की प्यास बुझाने के लिए इस्तेमाल किया गया है। बता दें कि गत वर्ष 2018 के नवंबर माह में चाबा के समीप विभाग ने पेयजल योजना पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया, जिसका मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 18 दिसंबर 2018 को शिलान्यास करके घोषणा की थी कि गर्मियों में पेयजल योजना को शुरू कर दिया जाएगा। विभागीय अधिकारियों के अनुसार 69 करोड़ की लागत से बनने वाली उपरोक्त योजना को लगभग छह महीने की अल्पावधि में तैयार करके जनता को समर्पित किया गया है। इसके निर्माण में अधिशाषी अभियंता डीके लोहिया, सहायक अभियंता रंजीव शर्मा, कनिष्ठ अभियंता अजय गुलेरिया, मनोज कुमार एवं यूनिप्रो कंपनी के अधिकारियों की अहम भूमिका रही। डीके लोहिया ने बताया कि ऐतिहासिक बिजली घर चाबा की टरबाइनों से निकलने वाले पानी को सम्प वेल में इकट्ठा किया गया है, जिसे बूस्टर स्टेज का नाम दिया गया है। बूस्टर स्टेज से पानी को चाबा पावर हाउस से लगभग डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर नोटीखड्ड पुल के पास बने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पहुंचाया जा रहा है। यहां पर 68 लाख लीटर के दो बड़े टैंक बनाए गए हैं, जिसमें से पानी शुद्ध होकर 500 एचपी के चार पंपों के माध्यम से 16 किमी पाइप लाइनों के द्वारा पानी गुम्मा के भंडारण टैंकों में डाला जा रहा है।

पत्थरों से भर गई नोटिखड्ड

69 करोड़ की चाबा शिमला पेयजल योजना रिकार्ड समय में जहां जनता के लिए समर्पित हो गई है, वहीं हर सरकारी कार्य की भांति पर्यावरण की अनदेखी यहां पर भी की गई है। बड़े-बड़े टैंकों के निर्माण एवं पंप हाउस के लिए की गई खुदाई में निकले पत्थर खड्ड में ही फेंके गए हैं। निर्माण स्थल के कुछ मीटर घेरे में नोटिखड्ड पत्थरों से भर गई तथा उसमें पानी भी बिल्कुल निचले सतह पर पहुंच गया है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App