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एक ही कार्य को बार-बार दोहराने से जब वह कार्य आपके लिए आसान हो जाता है तो आप उसके विशेषज्ञ हो जाते हैं। कुशल कलाकार, कुशल सर्जन, कुशल सेल्समैन, कुशल मैनेजर आदि सब अभ्यास से बनते हैं। जीवन के किसी भी क्षेत्र पर निगाह डालिए, आप पाएंगे कि अभ्यास की कुंजी ने लोगों को विशेषज्ञ

भारत के वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए, भारतीय समाज को हर बच्चे के जीवन में इसके महत्त्व को समझने और स्वीकार करने के मामले में यौन शिक्षा को अभी और अधिक दूरी तय करनी है। अधिकांश स्कूलों में यौन शिक्षा अभी भी कहीं देखने को नहीं मिलती। छात्र अभी भी सडक़ों और इंटरनेट से ज्ञान

कई पीडि़त लड़कियां अपने साथ हुए यौन शोषण-छेडख़ानी की घटनाओं को हल्के से लेती हैं… बाल अपराधों को रोकने के लिए समय-समय पर सख्त से सख्त कानून भी बनाए गए, मगर फिर भी ऐसे घृणित अपराधों में कोई कमी नहीं आई है। पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं के विरुद्ध विभिन्न प्रकार के अपराध बड़े लंबे

हमने मुफ्तखोरी के कारण वेनेजुएला, श्रीलंका, पाकिस्तान आदि कई देशों का हश्र देखा है। बढ़ते कुल कर्ज ने हमारी क्रेडिट रैंकिंग को प्रभावित किया है… हालांकि विपक्षी दल कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि मोदी काल में देश पर कर्ज बढ़ा दिया है। लेकिन यह

चूंकि भारत एक आधिकारिक आभासी मुद्रा, डिजिटल रुपए की घोषणा करने वाला प्रमुख देश है और अब चीनी डिजिटल मुद्रा युआन की तरह भारत के डिजिटल रुपए के भी तेजी से आगे बढऩे की संभावनाएं उभरकर सामने आएंगी। हम उम्मीद करें कि 23 मई से जिस तरह संतोषप्रद तरीके से 2000 रुपए के नोटों की

जहां मां-बाप एक-एक पैसा जोड़ कर अपने बच्चों के भविष्य के सपने देखते हैं, वहीं नशे में डूबे हुए ये बच्चे नशे की एक-एक बूंद से, ड्रग्ज की एक-एक सांस से, खैनी या जर्दे की एक-एक चुटकी से उन सपनों को ध्वस्त करने में लगे हैं। युवाओं को इस गर्त से बचाने के लिए बड़े-बुज़ुर्गों,

गीता प्रेस के संस्थापक के लिए यह जरूरी क्यों करार दिया जाए कि गांधी से हर मामले में सहमत होना पहली और अंतिम शर्त है। गीता प्रेस का विरोध करने वाले अब अंतिम हथियार चलाते हैं कि गांधी हत्या के षड्यंत्र में शक की सुई प्रेस के कुछ लोगों पर भी घूम रही थी। सावरकर

हजारों साल पहले भारतीय शोधकर्ताओं ने यौगिक क्रियाओं से होने वाले लाभों को समझ लिया था जो आज की चिकित्सा व खेल विज्ञान में योग का प्रयोग खूब हो रहा है। योग के नियमों का पालन करने के बाद अगर यौगिक क्रियाओं को किया जाता है तो मानव में शारीरिक व मानसिक स्तर पर आश्चर्यजनक

इस सारे विश्लेषण का मंतव्य ही यही है कि पूर्वाग्रहग्रसित होकर किसी की प्रशंसा या आलोचना के कुचक्र में न फंसें। इस समझ से जो संयम आएगा, वह हमारी सोच को संवारेगा और खुद अपने जीवन में सफलता की संभावनाओं को बढ़ाएगा। इस सारे विश्लेषण के बाद अब हम यह भी समझने की कोशिश करेंगे