आस्था

क्या तुमने ध्यान दिया है कि प्रत्येक क्षण तुम्हारे मन में क्या चल रहा होता है। मन इसी उधेड़बुन में रहता है कि आगे क्या होगा। ज्ञान में मन के इस रूप के प्रति सजगता आती है कि इस पल मन में क्या घट रहा है। पुस्तकें पढ़कर अन्य सभी प्रकार की जानकारी तथा शिक्षा

बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम से लेकर फंगल इन्फेक्शन, टाइफाइड, मलेरिया और डेंगू जैसी कई बीमारियों के होने का खतरा बना रहता है। खाने-पीने से लेकर कपड़ों तक की साफ  सफाई पर ध्यान देकर इन सबसे दूर रहा जा सकता है। मौसम की मार से बचने के लिए थोड़ी सी सावधानी बरत कर हम कई बीमारियों

जब आप उदास होते हैं, तो जरूरी नहीं कि आप डिप्रेशन में हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि उदासी और डिप्रेशन में अंतर है। जरूरी नहीं हर उदास दिखने वाला व्यक्ति डिप्रेशन में हो या फिर हर खुश दिखने वाला व्यक्ति सचमुच खुश हो। इसलिए सबसे पहले उदासी और डिप्रेशन के बीच के संबंध को समझना जरूरी

सुबह की शुरुआत परफेक्ट हो, तो आपका दिन भी परफेक्ट जाता है। वहीं ज्यादातर लोग इस बात की शिकायत करते हैं कि सुबह उठते ही उन्हें कमजोरी और लो ब्लड प्रेशर की समस्या होती है। ऐसे में आपके इस मूड को बूस्ट करने और आपको एनर्जेटिक रखने में एसेंशियल ऑयल आपकी मदद कर सकता है।

सिर्फ हाई ब्लड प्रेशर ही खतरनाक नहीं होता है, लो ब्लड प्रेशर भी काफी खतरनाक होता है। अचनाक ब्लड प्रेशर लो होने पर चक्कर आने लगते हैं,  हाथ-पैर कांपने लगते हैं या सिर घूमने लगता है।  कई लोग अचानक बीपी लो होने की समस्या से काफी परेशान रहते हैं। आज इस लेख के माध्यम से हम

वजन कम करने के लिए हम कई तरह के प्रयास करते हैं। एक तरफ  जहां हम लंबी डाइट की लिस्ट बनाते हैं, तो दूसरी तरफ  जिम में कई-कई घंटे एक्सरसाइज भी करते हैं। आज हम आपको बिना डाइट और एक्सरसाइज से वजन कम कैसे किया जा सकता है उसके बारे में बताएंगे। धीरे-धीरे खाएं आपके

* हलदी और नींबू के पेस्ट में थोड़ी सी चीनी मिलाकर लगाने से यह आपकी डेड स्किन को हटाने और चेहरे की सुंदरता बढ़ाने में मददगार साबित होगा।  * एक चम्मच अजवायन या जीरे को काले नमक के साथ मिलाकर गर्म पानी के साथ पिएं। इससे लूज मोशन रुकेंगे और मतली नहीं आएगी। * दो

हिमाचल प्रदेश अपनी समृद्ध संस्कृति, विभिन्न मेले, उत्सव और त्योहारों के लिए प्रसिद्ध है। ये सारे त्योहार जहां हम सबको हमारे अपनो से जोड़े रखने का काम करते हैं, वहीं हिमाचली जनता के लिए एक रोजगार का काम भी कर रहे हैं। हिमाचल में यूं तो साल भर बहुत से त्योहार मनाए जाते हैं और

भारतीय पंचांग (खगोलीय गणना) के अनुसार प्रत्येक तीसरे वर्ष एक अधिक मास होता है। यह सौर और चंद्र मास को एक समान लाने की गणितीय प्रक्रिया है। शास्त्रों के अनुसार पुरुषोत्तम मास में किए गए जप, तप, दान से अनंत पुण्यों की प्राप्ति होती है। सूर्य की बारह संक्रांति होती हैं और इसी आधार पर