आस्था

बाबा हरदेव अध्यात्म में बीज का अर्थ है कामना, वृक्ष का अर्थ है प्रेम और फल-फूल का अर्थ है भक्ति। अब जब तक हम बीज के रूप में हैं तब तक हम कामना में रह रहे हैं और जब हम वृक्ष की भांति हो जाएंगे, तो हमारे जीवन में प्रेम का अवतरण हो जाएगा और

श्रीराम शर्मा साहित्य की आज कहीं कमी है? जितनी पत्र-प्रतित्रकाएं आज प्रकाशित होती हैं, जितना साहित्य नित्य विश्व भर में छपता है उस पहाड़ के समान सामग्री को देखते हुए लगता है, वास्तव में मनीषी बढ़े हैं, पढ़ने वाले भी बढ़े हैं। लेकिन इन सबका प्रभाव क्यों नहीं पड़ता? क्यों एक लेखक की कलम कुत्सा

ओशो ईर्ष्या तुलना है और हमें तुलना करना सिखाया गया है, हमनें तुलना करना सीख लिया है, हमेशा तुलना करते हैं। किसी और के पास ज्यादा अच्छा मकान है, किसी और के पास ज्यादा सुंदर शरीर है, किसी और के पास अधिक पैसा है, किसी और के पास करिश्माई व्यक्तित्व है। जो भी तुम्हारे आसपास

सद्गुरु  जग्गी वासुदेव आपकी लायकी क्या है यह सिर्फ  इस दृष्टि से नही आंकना चाहिए कि आप कितना कमा रहे हैं। आप को क्या जिम्मेदारी दी गई है, इस दृष्टि से इसका आकलन होना चाहिए। आप कितना कमा रहे हैं, यह विशेष बात नहीं है। विशेष बात यह है कि आप को कुछ नया बनाने,

17 मई रविवार, ज्येष्ठ, कृष्णपक्ष, दशमी 18 मई सोमवार, ज्येष्ठ, कृष्णपक्ष, एकादशी, अपरा एकादशी व्रत 19 मई मंगलवार, ज्येष्ठ, कृष्णपक्ष, द्वादशी, पंचक समाप्त 20 मई बुधवार, ज्येष्ठ, कृष्णपक्ष, त्रयोदशी, प्रदोष व्रत 21 मई बृहस्पतिवार, ज्येष्ठ, कृष्णपक्ष, चतुर्दशी 22 मई शुक्रवार, ज्येष्ठ, कृष्णपक्ष, अमावस, शनैश्चर जयंती 23 मई शनिवार, ज्येष्ठ, शुक्लपक्ष, प्रथमा, गंगा स्नान प्रारंभ

करौंदे में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होने के साथ-साथ एंटीऑक्सीडेंट भी पाया जाता है। जो अन्य फलों तथा सब्जियों की तुलना में कई गुना अधिक है। करौंदा विटामिन ई और विटामिन के का अच्छा स्रोत है। इसके अलावा इसमें कई दूसरे मिनरल्ज भी होते हैं यानी इसमें आयरन, कैल्शियम, पोटाशियम और जिंक आदि भी

लहसुन  का बोटेनिकल नाम एलियम सेटीवम है। इसकी फसल सारे भारत में की जाती है। इसमें  तेल, एलीन, कार्बोहाइड्रेट्स, फॉलिक एसिड, विटामिन राइबोफ्लेविन, थाइमिन और विटामिन सी पाए जाते हैं। इसमें एमिनो एसिड और एंजाइम भी पाए जाते हैं। इसका हर सब्जी में प्रयोग किया जाता है। गुण व कर्म इसका प्रयोग टॉनिक के रूप

शरीर में अगर किसी भी पोषक तत्त्व की कमी हो जाती है, तो यह हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है और हम कई बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। ऐसे ही एक खास पोषक तत्त्व का नाम फॉलिक एसिड है, जिसके बारे में आपको पूरी जानकारी होनी चाहिए। इसके सेवन से हमारे शरीर

लॉकडाउन की वजह से आजकल कई लोग वर्क फ्राम होम कर रहे हैं। इस तरह घरों से काम करने की वजह से लोग तनाव में आ रहे हैं। कम्प्यूटर पर लगातार काम करने की वजह से आंखें प्रभावित हो सकती हैं। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि कम्प्यूटर और मोबाइल फोन स्क्रीन से अल्ट्रा वायलेट किरणें