आस्था

परशुराम राजा प्रसेनजित की पुत्री रेणुका और भृगुवंशीय जमदग्नि के पुत्र थे। वे विष्णु के अवतार और शिव के परम भक्त थे। इन्हें शिव से विशेष परशु प्राप्त हुआ था। इनका नाम तो राम था, किंतु शंकर द्वारा प्रदत्त अमोघ परशु को सदैव धारण किए रहने के कारण ये परशुराम कहलाते थे। परशुराम भगवान विष्णु

अक्षय तृतीया वैशाख शुक्ल तृतीया को कहा जाता है। वैदिक कैलेंडर के चार सर्वाधिक शुभ दिनों में से यह एक मानी गई है। अक्षय से तात्पर्य है जिसका कभी क्षय न हो अर्थात जो कभी नष्ट नहीं होता। भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के वृंदावन में ठाकुर जी के चरण दर्शन इसी दिन होते हैं।

-गतांक से आगे… श्रीपतिः पुण्डरीकाक्षः पद्मनाभो जगत्पतिः। वासुदेवोप्रमेयात्मा केशवो गरुड़ध्वजः।। 86।। नारायणः परं धाम देवदेवो महेश्वरः। चक्रपाणिः कलापूर्णो वेदवेद्यो दयानिधिः।। 87।। भगवान सर्वभूतेशो गोपालः सर्वपालकः। अनन्तो निर्गुणोनन्तो निर्विकल्पो निरंजनः।। 88।। निराधारो निराकारो निराभासो निराश्रयः। पुरुषः प्रणवातीतो मुकुन्दः परमेश्वरः।। 89।। क्षणावनिः सर्वभौमो वैकुण्ठो भक्तवत्सलः। विष्णुर्दामोदरः कृष्णो माधवो मथुरापतिः।। 90।। देवकीगर्भसम्भूतयशोदावत्सलो हरिः। शिवः संकर्षणः शंभुर्भूतनाथो दिवस्पतिः।। 91।।

गंगा जयंती हिंदुओं का एक प्रमुख पर्व है। वैशाख शुक्ल सप्तमी के पावन दिन गंगा जी की उत्पत्ति हुई इस कारण इस पवित्र तिथि को गंगा जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष यह जयंती 30 अप्रैल को मनाई जाएगी। गंगा जयंती के शुभ अवसर पर गंगा जी में स्नान करने से सात्विकता और

जवाली का ऐतिहासिक नौण आज भी अपनी प्राचीन गाथा को उजागर करता है। कांगड़ा जिले के जवाली कस्बे में स्थित राजमहलों से करीब 150 मीटर दूर स्थित यह स्थान नगर वासियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। नौण परिसर में स्थित शिव मंदिर में लोग सुबह-शाम शिव पूजन करते हैं। यहां बने सरोवर

राजस्थान अरावली की सुरम्य पहाडि़यों में स्थित परशुराम महादेव गुफा मंदिर का निर्माण स्वयं परशुराम ने अपने फरसे से चट्टान को काटकर किया था। इस गुफा मंदिर तक जाने के लिए 500 सीढि़यों का सफर तय करना पड़ता है। इस गुफा मंदिर के अंदर एक स्वयंभू शिवलिंग है, जहां पर विष्णु के छठे अवतार परशुराम

बदलते हुए दौर में अगर आप अपनी खान-पान को लेकर थोड़ी सी भी लापरवाही बरतते हैं, तो यह आपके स्वास्थ्य के लिए सीधे तौर पर नकारात्मक प्रभाव दिखाता है। इसलिए विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं से बचे रहने के लिए आपको नियमित रूप से अपनी डाइट पर विशेष ध्यान देना चाहिए। शरीर को पोषक तत्त्वों

मलेरिया एक संक्रामक बीमारी है तथा यह किसी को भी हो सकता है। उल्टी, मितली, ठंड लगना, मांसपेशियों में दर्द, थकान, सिरदर्द और बुखार इस बीमारी के कुछ लक्षण हैं। यदि किसी व्यक्ति में ये लक्षण नजर आएं तो 24 घंटों के भीतर उसे चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। देर न करें क्योंकि यह बीमारी

कोरोना वायरस महामारी दुनिया भर में कहर बरपा रही है। डर और घबराहट की भावना पैदा करने के अलावा कोरोना ने हमारे दैनिक जीवन को हिला कर रख दिया है। बड़ी तेजी से फैलने वाले इस कोरोना वायरस को रोकने के लिए अंतिम उपाय के रूप में भारत सहित अधिकांश देशों ने अपनी-अपनी सीमाओं को